सावधान, छात्राओं का सीरियल किडनैपर शिक्षक पंजाब में, CBI ने किया आगाह
सीबीआइ ने आगाह किया है कि सीरियल किडनैपर टीचर के पंजाब में होने की आशंका है। अंग्रेजी का यह यह टीचर छात्राओं का अपहरण करता है।
फरीदकोट, जेएनएन। सीबीआइ ने छात्राओं का एक के बाद एक अपहरण करनेवाले सीरियल किडनैपर शिक्षक के पंजाब में छिपे होने की आशंका जाहिर की हे। सीबीआइ ने पंजाब के स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र जारी कर छात्राओं का अपहरण करने वाले शिक्षक के बारे में आगाह किया है। सीरियल किडनैपर अंग्रेजी का शिक्षक है और वह फर्जी नाम और पता देकर रहता है। आरोपित कई छात्राओं के अपहरण मामले में भगोड़ा है।
कई छात्राओं के अपहरण मामले में भगोड़ा, मानसा और कपूरथला के निजी स्कूलों में पढ़ा चुका है बच्चों को
वह पहले मानसा और कपूरथला के निजी स्कूलों में काम कर चुका है। सीबीआइ ने आशंका जताई है कि वह अब भी पंजाब के किसी स्कूल में कार्यरत हो सकता है। धवल हरिशचंद्र त्रिवेदी नामक आरोपित के खिलाफ गुजरात हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआइ जांच चल रही है।
गुजरात हाई कोर्ट में एक व्यक्ति ने 11 अगस्त, 2019 को याचिका दायर करके अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण मामले की सीबीआइ जांच करवाने की मांग की थी, जिसका त्रिवेदी ने अपहरण कर लिया था। इस मामले में गुजरात के राजकोट की एक अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
पिछले साल 28 जुलाई को पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद आरोपित एक और नाबालिग लड़की को बहला-फुसला कर भगाकर ले गया। इससे पहले त्रिवेदी को पंजाब से ही 14 जुलाई 2014 को दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण और दूराचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआइ जांच में पाया गया कि धवल त्रिवेदी पहले भी नाबालिग लड़कियों के अपहरण के सात मामलों में शामिल रहा है। इनमें से एक मामले में उसे सजा भी हो चुकी है।
दूसरी ओर, सीबीआइ के इस पत्र के बारे में जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत कौर ने अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसे किसी पत्र की कोई जानकारी व सूचना नहीं है। न ही विभाग की ओर से ऐसा कोई आदेश या पत्र जारी किया गया है। विभाग द्वारा स्कूलों को ऐसी कोई एडवाइजरी भी जारी नहीं की गई है।
स्कूलों में फर्जी नामों से पढ़ता है
सीबीआइ ने अपने पत्र में बताया है कि धवल शातिर किस्म का अपराधी है। वह फर्जी नाम व पते के साथ विभिन्न राज्यों के स्कूलों में अंग्रेजी विषय के अध्यापक, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल या प्रबंधक के तौर पर कार्य करता है। वह स्कूल में पढ़ती नाबालिग लड़कियों को अपना शिकार बनाता है। इससे पहले वह टीडीके चंद्र, टीकेडी चंद्र, डी कुमार और धरमिंदर कुमार आदि फर्जी नामों का इस्तेमाल कर चुका है। उसने हरियाणा के कालका, पंचकूला में एक फर्जी वोटर पहचान पत्र और राशन कार्ड भी बनवाया था।
वह 2010 में अरुणाचल प्रदेश के जिरो इलाके में एक निजी स्कूल में शिक्षक रहा था और उसने वहां से दो नाबालिग छात्राओं का अपहरण कर लिया था। इसके बाद वह हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भी विभिन्न जिलों के स्कूलों में शिक्षक रह चुका है। वह हिमाचल के ज्वाली स्थित स्प्रिंग डेल स्कूल, मानसा के कस्बा बुढलाडा स्थित डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल और मनुवाटिका बोर्डिंग स्कूल, कपूरथला के शहर सुल्तानपुर लोधी के एसडी मॉडल स्कूल में भी शिक्षक रह चुका है।
आरोपित की फोटो सभी स्कूलों को भेजने के आदेश
शिक्षा विभाग ने शिक्षक बन कर छात्राओं का अपहरण करने वाले धवल त्रिवेदी की फोटो राज्य के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में भेजे जाने के आदेश जारी किए हैं। शिक्षा विभाग ने धवल त्रिवेदी के साथ अपहृत युवती निधि की फोटो भी सभी निजी और सरकारी स्कूलों में भेजे जाने की हिदायत दी है।
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