कृषि इनपुट डीलरों को एक वर्ष करना होगा डिप्लोमा: डीसी

पंजाब में करीब 20000 लोग कृषि इनपुट डीलर के रूप में काम कर रहे है जो कृषि समुदाय के लिए कृषि के बारे में जानकारी का स्त्रोत हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 04:09 PM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 04:09 PM (IST)
कृषि इनपुट डीलरों को एक वर्ष करना होगा डिप्लोमा: डीसी
कृषि इनपुट डीलरों को एक वर्ष करना होगा डिप्लोमा: डीसी

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : पंजाब में करीब 20000 लोग कृषि इनपुट डीलर के रूप में काम कर रहे है, जो कृषि समुदाय के लिए कृषि के बारे में जानकारी का स्त्रोत हैं। किसान मुख्य रूप से इन डीलरों से कृषि उपकरणों की खरीद के लिए जुड़े हुए हैं, जिनसे वे बीज, उर्वरक, पेस्टीसाइड और फसलों की मात्रा का पता लगाने की कोशिश करते हैं। केंद्र सरकार ने कृषि इनपुट्स में काम करने के लिए एक वर्षीय कोर्स (इनपुट डीलर-डीएईसी के लिए डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विस) लेना अनिवार्य कर दिया है।

इस संबंध में डीसी कम अध्यक्ष अत्मा फरीदकोट विमल कुमार सेतिया ने बताया कि कृषि के साथ जुड़े डीलरों को जानकारी उपलब्ध कराकर कृषि प्रसार सेवाओं का विस्तार किया जा सकता है, ताकि किसानों को बुनियादी जानकारी दी जा सके। उन्होंने बताया कि यह कोर्स पंजाब में नेशनल इंस्टीट्यूट आफ एग्रीकल्चर एक्सटेंशन मैनेजमेंट द्वारा आत्मा फरीदकोट में चलाया जा रहा है। कृषि तकनीकों पर कृषि विशेषज्ञों द्वारा 48 सप्ताह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में विस्तार से जानकारी दी जाती है।

डाक्टर अमनदीप केशव परियोजना निदेशक अत्मा ने बताया कि एक वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए लिए शुल्क 20,000 रुपये है और उम्मीदवार डिप्लोमा के लिए पात्र हैं। इच्छुक लोग रतन सिंह सुरेंद्रनाथ (98155-15786) से संपर्क कर सकते हैं।

डाक्टर बलविदर सिंह मुख्य कृषि अधिकारी फरीदकोट ने युवाओं से अपील की, कि वे कृषि में कोर्स करें और स्वरोजगार के माध्यम से किसानों की सेवा करें। इस कोर्स के बाद लाभार्थी मुख्य कृषि अधिकारी से उर्वरक, बीज और दवाओं का लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं।

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