व‌र्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे : 25 फीसद महिलाएं और 18 फीसद पुरुष ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त

सीनियर सिटीजन में ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी आम होने लगी है और अनदेखी भारी पड़ रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:33 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:33 PM (IST)
व‌र्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे : 25 फीसद महिलाएं और 18 फीसद पुरुष ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त
व‌र्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे : 25 फीसद महिलाएं और 18 फीसद पुरुष ऑस्टियोपोरोसिस से ग्रस्त

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सीनियर सिटीजन में ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी आम होने लगी है और अनदेखी भारी पड़ रही है। इसके बढ़ते प्रभाव को देखते हुए पीजीआइ चंडीगढ़ एंडोक्राइनोलॉजी डिपार्टमेंट के सर्वे में जानकारी निकलकर सामने आई है। एंडोक्राइनोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रो. संजय भडाड़ा ने बताया कि चंडीगढ़ के पुरुष व महिलाओं पर किए गए अध्ययन से पता चला है कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में यह मर्ज ज्यादा है। अध्ययन के दौरान चंडीगढ़ को छह सेक्टर में बांटकर रेंडमली 4285 लोगों से डोर-टू-डोर प्रश्नावली भरवाई गई, जिसमें पुरुषों में 18 और महिलाओं में 25 फीसद ऑस्टियोपोरोसिस पाया गया। उन्होंने बताया कि समय रहते बीमारी के कारण का पता लगाकर उचित इलाज या प्रबंधन के जरिए इस पर काबू पाया जा सकता है।

रजिस्ट्री ऑफ इंडिया की शुरुआत

व‌र्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे पर पीजीआइ ने देश में सबसे पहले ऑस्टियोपोरोसिस रजिस्ट्री ऑफ इंडिया की शुरुआत की है। इस ऑनलाइन माध्यम में पीजीआइ के विभिन्न विभागों में इलाज करा रहे ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों को पंजीकृत किया जाएगा। शुरुआती दौर में इसके 100 मरीज पंजीकृत किए जा चुके हैं। पीजीआइ के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग के स्थापित इस विशेष माध्यम के अंतर्गत पंजीकृत मरीजों के लिए दो नवंबर से विशेष क्लीनिक भी संचालित किए जाएंगे और सप्ताह में दो दिन यह क्लीनिक चलेगा। स्पेशल क्लीनिक में विशेषज्ञ रहेंगे मौजूद

प्रो. संजय भडाड़ा ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस के मरीज लगभग सभी विभागों में किसी न किसी मर्ज का इलाज कराने आते हैं। विशेष क्लीनिक में विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। इसका संचालन माह के पहले मंगलवार को किया जाएगा। इसके लिए एंडोक्राइनोलॉजी की प्रत्येक बुधवार और वीरवार को होने वाली क्लीनिक के माध्यम से ही एडवांस बुकिग की जाएगी। ऐसे मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने व बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव को लेकर आसान तरीका लागू कराने पर फोकस किया जाएगा।

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