Chandigarh Politics: एक दिन पहले भाजपा में गई ज्योति हंस फिर कांग्रेस में शामिल, टिकट न मिलने से नाराज होकर छोड़ी थी पार्टी

सेक्टर-25 से महिला कांग्रेस की महासचिव ज्योति हंस को कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं बनाया तो उन्होंने सोमवार शाम को कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। भाजपा कार्यालय में अरुण सूद की मौजूदगी में भाजपा का दामन भी थामा था।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 04:59 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 04:59 PM (IST)
Chandigarh Politics: एक दिन पहले भाजपा में गई ज्योति हंस फिर कांग्रेस में शामिल, टिकट न मिलने से नाराज होकर छोड़ी थी पार्टी
ज्योति हंस कांग्रेस की उम्मीदवार सोनिया के साथ

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने उम्मीदवार तय कर लिए हैं। ऐसे में टिकट न मिलने पर दावेदार नाराज होने से पार्टी तक छोड़ रहे हैं। ये दावेदार अपनी पार्टी छोड़ दूसरे दल में शामिल हो रहे हैं। इससे दल बदल की भी राजनीति शुरू हो गई है। ऐसे में दूसरे पार्टी में शामिल होने वाले कुछ दावेदार तो चंद घंटों बाद ही अपनी पुरानी पार्टी में वापस आना भी शुरू हो गए हैं। ऐसे दो मामले बीते 24 घंटे में सामने आ चुके हैं।

सेक्टर-25 से महिला कांग्रेस की महासचिव ज्योति हंस को कांग्रेस ने उम्मीदवार नहीं बनाया तो उन्होंने सोमवार शाम को कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। भाजपा कार्यालय में अरुण सूद की मौजूदगी में भाजपा का दामन भी थामा था। लेकिन 24 घंटे भी भाजपा में न टिक पाने के बावजूद वह मंगलवार सुबह वह वापस कांग्रेस में लौट आई। ज्योति हंस सेक्टर-25 से कांग्रेस की दावेदार थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। ज्योति को पार्टी में वापस लाने में मौलीजागरां के कांग्रेसी उम्मीदवार ओम प्रकाश सैनी और ब्लॉक अध्यक्ष अनिल कुमार ने अहम भूमिका निभाई है। कांग्रेस ने सेक्टर 25 से अपनी मौजूदा पार्षद शीला फूल सिंह की टिकट काटकर इस बार सोनिया को उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा में शामिल होने के बाद सोमवार शाम को सेक्टर-25 में एक कार्यक्रम के दौरान ज्योति हंस ने कांग्रेस नेताओं पर जमकर आरोप लगाए थे। ज्योति हंस ने तो यह तक कह दिया था कि हमारे एरिया में गंदे पानी की समस्या कई सालों से है, इसके लिए कांग्रेस पार्षद और नेता जिम्मेदार हैं। वहीं, एक दिन बाद ही मंगलवार सुबह वह कांग्रेस में दोबारा शामिल हो गई।

इसके साथ ही रविवार को सेक्टर-45सी के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल शर्मा कांग्रेस में शामिल हुए थे। लेकिन सोमवार को भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने उन्हें फिर से भाजपा में शामिल करवाया। इस समय हर राजनीतिक दल में टिकट के चाहवान नेता उम्मीदवार न बनाए जाने से नाराज हैं। ऐसे में कई दावेदारों ने तो निर्दलीय तौर पर भी नामांकन भरकर पार्टी के खिलाफ बगावती सुर छेड़ दिए हैं। ऐसे नेताओं को मनाने का दौर भी जारी है।

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