चंडीगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर फैली अफवाहों को दूर करने के लिए करवाया वेबिनार
चंडीगढ़ में प्रेस सूचना कार्यालय और क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो चंडीगढ़ की ओर से कोविड-19 टीकाकरण को लेकर एक वेबिनार आयोजित किया गया। इस मौके पर जालंधर के सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने टीकाकरण अभियान के दौरान पेश आ रही विभिन्न चुनौतियों के बारे में बातचीत की।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोविड-19 वैक्सीन को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों और दुष्प्रचार के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है। यह कहना है क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के उप निदेशक अनुज चांडक का। उन्होंने यह बात प्रेस सूचना कार्यालय और क्षेत्रीय आउटरीच ब्यूरो, चंडीगढ़ की ओर से कोविड-19 टीकाकरण को लेकर आयोजित एक वेबिनार के दौरान कही।
इस मौके पर डा. गोपाल बेरी, उप मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश ने जोर दिया कि कोविड-19 वैक्सीन, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई सुनिश्चित करेगी और कठोर प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही इसे संबंधित अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया गया है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की प्रभावशीलता के बारे में कोई संदेह नहीं है और हर किसी को, जब भी उनकी बारी आए, आगे आकर खुद ही टीका लगवाना चाहिए। अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि लोग वैक्सीन को स्वीकार कर रहे हैं और उसका स्वागत कर रहे हैं और अभी तक हिमाचल प्रदेश राज्य में टीकाकरण के बाद कोई प्रतिकूल घटना का मामला नहीं आया है।
वर्चुअल मीट के दौरान दूसरे अतिथि वक्ता जालंधर के सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने टीकाकरण अभियान के दौरान पेश आ रही विभिन्न चुनौतियों के बारे में बातचीत की। सत्र का समापन हितेश रावत सहायक निदेशक प्रेस सूचना कार्यालय द्वारा सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद करके किया गया। राजेश बाली क्षेत्र प्रचार अधिकारी क्षेत्र आउटरीच ब्यूरो जालंधर ने वेबिनार का संचालन किया।