पानी की जितनी दरें चंडीगढ़ में, पूरे भारत में कहीं नहीं : फासवेक

शहर की प्रमुख समस्याओं को लेकर फेडरेशन ऑफ सेक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशंस ऑफ चंडीगढ़ (फासवेक) का एक प्रतिनिधिमंडल प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा से मिला।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 04:00 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 04:00 AM (IST)
पानी की जितनी दरें चंडीगढ़ में, पूरे भारत में कहीं नहीं : फासवेक
पानी की जितनी दरें चंडीगढ़ में, पूरे भारत में कहीं नहीं : फासवेक

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

शहर की प्रमुख समस्याओं को लेकर फेडरेशन ऑफ सेक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशंस ऑफ चंडीगढ़ (फासवेक) का एक प्रतिनिधिमंडल प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा से मिला। फासवेक के चेयरमैन बलजिदर सिंह बिट्टू ने डड्डूमाजरा स्थित डंपिग ग्राउंड का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां से उठते विषाक्त प्रदूषण और असहनीय दुर्गंध के कारण आसपास लगते क्षेत्रों में रहने वाले लोग न केवल नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर हैं बल्कि कई तरह की गंभीर बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं।

फासवेक के मुख्य प्रवक्ता और सेक्टर 38 वेस्ट आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि चंडीगढ़ में पानी को भी आम आदमी की पहुंच से बाहर कर दिया गया है। पानी की जितनी अधिक दरें चंडीगढ़ में हैं, पूरे भारत में कहीं नहीं हैं। साथ ही उन्होंने भारी मुनाफे में चल रहे बिजली विभाग के निजीकरण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह शहरवासियों के हित में नहीं है।

फासवेक के महासचिव जेएस गोगिया ने कहा की शिक्षा विभाग को निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों से मनचाही फीस और अन्य खर्चे लेने पर लगाम लगानी चाहिए क्योंकि लोग कोरोना काल में पहले ही अपनी आय के स्त्रोत खो चुके हैं। फासवेक की चंडीगढ़ हाउसिग बोर्ड कमेटी के कन्वीनर और सेक्टर 39 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अमरदीप सिंह ने कहा कि हाउसिग बोर्ड के मकानों में रहने वाले लोगों ने जरूरत के हिसाब से जो आंतरिक बदलाव किए हैं।उन्हें दिल्ली की तर्ज पर एक-मुश्त राशि लेकर नियमित किया जाना चाहिए। समय के साथ परिवार बढ़ गए हैं और चंडीगढ़ में नई प्रॉपर्टी खरीदना आम आदमी के बस में नहीं रहा। उन्होंने कहा कि जिन मकानों में तथाकथित वायलेशन है, उन्हें हाउसिग बोर्ड नए खरीदार के नाम में नहीं चढ़ाता जिससे खरीदार के लिए अनावश्यक रूप से समस्या खड़ी होती है।

फासवेक के सचिव और सेक्टर-8 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष आरएस गिल ने कहा की सिचाई के लिए दिए जाने वाले पानी की सप्लाई बहुत अनियमित है। उन्होंने पार्किंग स्थलों पर व्याप्त अव्यवस्थाओं का भी वर्णन किया। सेक्टर 21 आरडब्ल्यूए के महासचिव प्रदीप चोपड़ा ने कहा कि स्वच्छता रैंकिग में चंडीगढ़ का बहुत नीचे गिर जाना चितनीय है।

उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन इस कार्य में आरडब्ल्यूए को सम्मिलित करे तो चंडीगढ़ पहले की तरह ''द सिटी ब्यूटीफुल'' का दर्जा हासिल कर सकता है।चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा ने प्रतिनिधिमंडल द्वारा रखे गए सभी विषयों को बहुत गौर से सुनकर नोट किया और आश्वासन दिया कि प्रशासन सकारात्मक रुख रखते हुए लोगों के हित में फैसले लेगा। फॉसवेक की ओर से उन्हें इस संबंध में लिखित ज्ञापन भी सौंपा गया।

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