शहर में सबसे अधिक पानी बर्बाद करते हैं चंडीगढ़ के वीवीआइपी

शहर में पानी की बर्बादी के मामले में वीवीआइपी आम लोगों के मुकाबले कहीं आगे हैं। जबकि पानी सप्लाई के मामले में प्रशासन और नगर निगम शहर के वीआइपी लोगों का विशेष ध्यान रखते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 05:48 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 05:48 AM (IST)
शहर में सबसे अधिक पानी बर्बाद करते हैं चंडीगढ़ के वीवीआइपी
शहर में सबसे अधिक पानी बर्बाद करते हैं चंडीगढ़ के वीवीआइपी

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़

शहर में पानी की बर्बादी के मामले में वीवीआइपी आम लोगों के मुकाबले कहीं आगे हैं। जबकि पानी सप्लाई के मामले में प्रशासन और नगर निगम शहर के वीआइपी लोगों का विशेष ध्यान रखते हैं। पानी बचाने के प्रति वीआइपी एरिया में रहने वाले लोग कितने जागरूक है, इसका अंदाज इस बात से ही लगाया जा सकता है कि वह आम लोगों से कई गुना ज्यादा पानी की खपत करते हैं। जबकि चंडीगढ़ में प्रति व्यक्ति पानी की खपत पहले से ही सबसे ज्यादा है। शहर में प्रति व्यक्ति पानी की खपत 254 प्रति लीटर है। लेकिन वीआइपी सेक्टरों में प्रति व्यक्ति पानी की खपत एक हजार लीटर है। जो कि दक्षिणी सेक्टरों, गांव और कॉलोनियों के मुकाबले में तीन गुना ज्यादा है। इन एरिया में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा पीने के पानी का प्रयोग अपने लॉन व बगीचों की सिंचाई और अपनी लग्जरी गाड़ियों की धुलाई में करते हैं। जबकि इन एरिया के लिए नगर निगम ने टरशरी वाटर की सप्लाई भी दी हुई है। बावजूद इसके 70 फीसद से ज्यादा लोगों ने टरशरी वाटर का कनेक्शन नहीं लिया है। जबकि नगर निगम की ओर से टरशरी वाटर की सप्लाई मुफ्त के दामों पर ही दी जा रही है। यह हैं शहर के वीवीआइपी एरिया

सेक्टर-1 से 11 का एरिया वीवीआइपी है, जहां पर सांसद, सलाहकार, गृह सचिव, वित्त सचिव, सीनियर आइएएस, पूर्व केंद्रीय मंत्री जैसे लोगों के आवास हैं । पंजाब और हरियाणा के सीएम हाउस और सचिवालय के अलावा कई मंत्रियों की कोठियां भी यहीं हैं। इस वार्ड के पार्षद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। यहां तक कि गवर्नर हाउस भी इस एरिया में है। जबकि इस एरिया (नॉर्थ सेक्टर) की जनसंख्या दक्षिण के मुकाबले काफी कम है। 150 लीटर प्रति व्यक्ति से भी कम है गांवों और कालोनियों में पानी की खपत

दूसरी ओर दक्षिणी सेक्टरों में कई एरिया ऐसे भी हैं, जहां पर लोगों को प्रति व्यक्ति पानी की खपत 200 लीटर से भी कम है। गांव और कॉलोनियों में तो प्रति व्यक्ति यह खपत 150 लीटर से भी कम है। टरशरी वाटर कनेक्शन अनिवार्य, लेकिन कार्रवाई करने से कतरा रहा नगर निगम

नगर निगम ने एक कनाल से ऊपर की कोठी के लिए टरशरी वाटर का कनेक्शन अनिवार्य किया हुआ है, लेकिन वीआइपी लोगों के दबदबे के कारण नगर निगम इन पर कार्रवाई करने से भी कतराता है। ऐसे में इन एरिया में रहने वाले लोगों को खुद ही अपनी जिम्मेदारी समझकर पीने का पानी भविष्य के लिए बचाना होगा। दैनिक जागरण की ओर से चलाए गए अभियान का मकसद भी लोगों को जागरूक करना ही है। नॉर्थ सेक्टर(वीवीआइपी एरिया) में प्रति व्यक्ति पानी खपत (लीटर में)

सेक्टर-3 1163

सेक्टर-4 1376

सेक्टर- 5 817

सेक्टर-9 1063 दक्षिणी सेक्टर

सेक्टर-45 185

सेक्टर-56 138 गांव

बुडैंल 127

बापूधाम 117

डड्डूमाजरा 164

मौलीजागरां 113

खुडा लाहौरा 115

धनास 140 उनका घर सेक्टर-10 में हैं और उनके घर के आगे और पीछे दोनो जगह लॉन बने हुए हैं। जबकि वह सिचाई के लिए टरशरी वाटर का ही प्रयोग करती है। पिछले पांच साल से वह टरशरी वाटर का प्रयोग कर रही है। कोई भी दिक्कत नहीं है। टरशरी वाटर का प्रयोग करके उन्हें इस बात की खुशी भी महसूस होती है कि वह शहर के पानी को बचाने के लिए अपनी भागीदारी निभा रही है। वह सेक्टर वासियों को भी सिंचाई के लिए टरशरी वाटर का प्रयोग करने के लिए जागरूक करती हैं।

- राजबाला मलिक, पूर्व मेयर।

चंडीगढ़ में अन्य शहरों के मुकाबले में पानी ज्यादा है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पानी की बर्बादी भी हो। सिंचाई के लिए लोग टरशरी वाटर का ही प्रयोग करे। नगर निगम 20 एमजीडी टरशरी वाटर बना रहा है लेकिन खपत आठ एमजीडी ही है। पानी की बर्बादी रोकने के लिए समय समय पर कदम उठाए जा रहे हैं।

- शेलेंद्र सिंह, सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर, जनस्वास्थ्य विभाग। यह भी जानें

- 1000 लीटर है वीआइपी सेक्टरों में प्रति व्यक्ति पानी की खपत

- 254 प्रति लीटर है शहर के बाकी हिस्सों में प्रति व्यक्ति पानी की खपत

- 3 गुना अधिक है दूसरे सेक्टरों के मुकाबले वीआइपी सेक्टरों में पानी की खपत

- 70 फीसद से ज्यादा लोगों ने नहीं लिया है टरशरी वाटर का कनेक्शन

chat bot
आपका साथी