उत्तराखंड़ युवा मंच चंडीगढ़ का 50 सदस्यीय दल धर्मशाला के त्रियूंड में करेगा ट्रैकिंग, 14 किमी लंबा है ट्रैक

उत्तराखंड़ युवा मंच चंडीगढ़ का 50 सदस्यीय दल हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित त्रियुंड में ट्रैकिंग के लिए गया है। यह करीब 14 किमी लंबा ट्रैक है। मंच के अध्यक्ष धर्मपाल रावत ने बताया कि ट्रैकिंग में सदस्यों को मनोरंजन के साथ एडवेंचर की तकनीकों से अवगत करवाया जाएगा।

By Ankesh KumarEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 02:56 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 02:56 PM (IST)
उत्तराखंड़ युवा मंच चंडीगढ़ का 50 सदस्यीय दल धर्मशाला के त्रियूंड में करेगा ट्रैकिंग, 14 किमी लंबा है ट्रैक
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित त्रियुंड ट्रैकिंग के लिए पहुंचा उत्तराखंड़ युवा मंच चंडीगढ़ का 50 सदस्यीय दल।

चंडीगढ़, जेएनएन। युवाओं में एडवेंचर की अलख जगाने और नशे से दूर की दिशा में उत्तराखंड युवा मंच का पचास सदस्यीय दल हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा स्थित धौलाधार पहाड़ियों में बसा त्रियूंड ट्रैकिंग के लिए शुक्रवार को रवाना हुआ। मंच के अध्यक्ष धर्मपाल रावत ने बताया कि इस तीन दिवसीय ट्रैकिंग कार्यक्रम में मनोरंजन के साथ सदस्यों को एडवेंचर की तकनीकों से अवगत करवाया जाएगा और प्राकृतिक धरोहर से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। बता दें कि त्रियूंड ट्रैक करीब 14 किमी लंबा है। इन दिनों वहां बर्फ से ढ़के पहाड़ों को निहारने का मौका मिलेगा।

उन्होंने कहा कि मंच के सदस्यों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि वह त्रियूंड ट्रैकिंग पर जाएंगे और एक नई जगह और कृषि व वनस्पति से संबंधित आधुनिक युग की तकनीकी व्यवस्था को जानेंगे। हिमाचल में ट्रैकिंग के लिए बेहतरीन स्थान है, जहां पर जाने से कई प्रकार की शिक्षाएं भी युवाओं को मिलेगी और वह प्रकृति को नजदीक से जान सकेंगे। तेजी से ग्लोबल वार्मिंग हो रही है, हिमाचल में जाकर हमें पर्यावरण बचाव के विभिन्न साधनों और तरीकों के बारे में जानकारी मिल सकती है। दल 28 फरवरी को वापस चंडीगढ़ लौटेगा।

धर्मपाल रावत ने बताया कि ट्रैकिंग जैसे कार्यों में लगाने के साथ-साथ मंच युवाओं को समाजिक कार्यों से भी जोड़ने का प्रयास करेगा। 28 मार्च को उत्तराखंड युवा मंच सेक्टर-29 स्थित गढ़वाल भवन में 28वें वार्षिक रक्तदान शिविर का आयोजन करेगा, जिसमें ट्रैकिंग पर गए हुए युवा भाग लेंगे और ज्यादा से ज्यादा रक्त जुटाने का प्रयास करेंगे। रक्तदान जैसे कार्यों से हमेशा दूसरों को जीवनदान मिलेगा। यदि युवा इस प्रकार के कार्यों में जुटते हैं तो समाज का भला होने के साथ-साथ वह खुद भी स्वस्थ रहेंगे और समाज विकास की राह पर चलेगा। उत्तराखंड युवा मंच अब तक लगाए गए 27 रक्तदान शिविरों में एक हजार यूनिट से ज्यादा रक्त इकट्ठा कर चुका है और शहर के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में डोनेट कर चुका है ताकि खून की कमी में किसी की जान न जाए।

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