क्रिकेट ग्राउंड्स बढ़ाने की मांग को लेकर चंडीगढ़ प्रशासक से मिले संजय टंडन, साझा की भविष्य की योजनाएं
लगभग एक घंटे की इस मुलाकात में टंडन ने दो सीजन पहले बीसीसीआइ की ओर से यूटी क्रिकेट ऐसोसिएशन को मान्यता दिए जाने के बाद चंडीगढ़ टीम के प्रदर्शन के बारे में बताया। उन्होंने यूटीसीए के पास क्रिकेट मैदानों के अभाव का मुद्दा भी उठाया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। यूटी क्रिकेट ऐसोसिएशन (यूटीसीए) अध्यक्ष संजय टंडन ने नव नियुक्त पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित के मिलकर क्रिकेट के उत्थान से लेकर शहर के कई मुद्दों से अवगत करवाया। लगभग एक घंटे की इस मुलाकात में टंडन ने दो सीजन पहले बीसीसीआइ की ओर से यूटी क्रिकेट ऐसोसिएशन को मान्यता दिए जाने के बाद चंडीगढ़ टीम के प्रदर्शन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ में क्रिकेटिंग प्रतिभाओं को निखारने के लिए यूटीसीए उच्च कोटि के संसाधनों और सपोर्ट स्टाफ के साथ प्रयासरत है लेकिन ऐसोसिएशन के पास अपने मैदानों का आभाव है। बावजूद इसके यूटीसीए ने कई रणजी मैचों के अलावा बीसीसीआइ के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स की मेजबानी की है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ की लडकों और लड़कियों के वर्ग के सभी फारमेट्स के खिलाड़ियों की निर्भरता सेक्टर- 16 स्थित क्रिकेट स्टेडियम, सेक्टर -26 स्थित जीएमएसएस स्कूल और आईटी पार्क स्थित महाजन क्रिकेट ग्राउंड पर है। टंडन ने प्रशासक से चंडीगढ़ में क्रिकेट को ओर अधिक प्रोत्साहित करने की दिशा में चंडीगढ़ के स्कूलों के मैदानों की मांग की है। इन स्कूलों में जीएमएसएस स्कूल, सेक्टर 26 (टिंबर मार्केट), जीएमएसएस स्कूल, सेक्टर 32 सी, जीएमएसएस स्कूल, सेक्टर 19सी, जीएमएसएस स्कूल, सेक्टर 23 और जीएमएसएस स्कूल, सेक्टर 40 शामिल हैं।
टंडन ने दलील दी कि ऐसोसिएशन के पास मैदानों में इजाफा होने से न केवल खिलाड़ी प्रेक्टिस में ज्यादा समय व्यतीत कर सकेंगें बल्कि अपने डेमोस्टिक मैचों के आयोजनों के साथ साथ बीसीआईआइ के अन्य टूर्नामेंट्स की मेजबानी के लिये दावेदारी भी पेश कर सकेंगे। टंडन ने इस अवसर पर अपार्टमेंट्स एक्ट में संशोधन, सरकारी अनुदान चलित स्कूलों के रिटायर्ट टीचर्स के लिए पेंशन रिलीज और इंदिरा हाॅलीडे होम में चलाए जा रहे मिनी कोविड केयर सेंटर की अवधि बढ़ाये जाने का भी प्रस्ताव रखा।