18 साल से हमारी कक्षा में वंचित बच्चों को मिल रही शिक्षा
सफलता हासिल करने के लिए एक ही रास्ता है और वह है शिक्षा। शिक्षा हासिल करना हर किसी का अधिकार है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए सेक्टर-7 स्थित सरकारी स्कूल में हमारी कक्षा चल रही है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सफलता हासिल करने के लिए एक ही रास्ता है और वह है शिक्षा। शिक्षा हासिल करना हर किसी का अधिकार है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए सेक्टर-7 स्थित सरकारी स्कूल में हमारी कक्षा चल रही है। यहां बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा के साथ-साथ तकनीक से जुड़ी जानकारी भी दी जाती है। 18 साल से हमारी कक्षा में बिना रुकावट पढ़ाई चल रही है। हमारी कक्षा की शुरुआत अनुराधा और सरिता तिवारी ने की थी। 2003 में दोनों ने मिलकर हमारी कक्षा की शुरआत की, जिसमें 250 से ज्यादा बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। सोमवार को ऑलटेक बायोटेक्नोलॉजी की ओर से हमारी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों में टैब वितरित किए गए।
स्लम एरिया और कॉलोनियों में किया जाता है सर्वे
हमारी कक्षा में बच्चों को शिक्षा देने से पहले टीम के सदस्यों की ओर से सर्वे किया जाता है। यह सर्वे स्लम एरिया से लेकर सेक्टरों या फिर कालोनियों में रह रहे लोगों के बीच किया जाता है। इसके बाद उन बच्चों को हमारी कक्षा में शामिल किया जाता है। अगर कोई बच्चा कक्षा में नहीं आ सकता है तो उसे घर पर ही मदद दी जाती है।
कोरोना भी नहीं रोक सका बच्चों की पढ़ाई
सरिता ने बताया कि कोरोना काल में सब कुछ बंद था, लेकिन हमारी कक्षा में पढ़ाई नहीं रुकी। महामारी में भी हमारी कक्षा का परिवार किसी न किसी रूप में बच्चों की मदद करता रहा है। हमारी कक्षा ने ऑलटेक बायोटेक्नोलॉजी के सहयोग से एक नोटपेड/मोबाइल बैंक बनाया है। इससे बच्चों को काफी मदद मिल रही है। यह सभी छात्र अलग-अलग चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे है।