जीरकपुर में लावारिस सांड के हमले से व्यक्ति की मौत, पेट में घुस गए थे दोनों सींग, पीजीआइ में तोड़ा दम
जीरकपुर के बलटाना में लावारिस सांड के हमले में घायल व्यक्ति ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मतृक आजाद हुसैन (45) बाइक पर बलटाना से चंडीगढ़ की तरफ जा रहा था। सांड का सींग उसके पेट में लगने के कारण वह जख्मी हो गया था।
जागरण संवाददाता, मोहाली। जीरकपुर के बलटाना में लावारिस सांड के हमले से एक व्यक्ति की मौत हो गई। घायल व्यक्ति ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। मतृक आजाद हुसैन (45) बाइक पर लावारिस सांड ने तीन दिन पहले शुक्रवार को हमला किया था। हमले में सांड के सींग उसके पेट में लगने वह गंभीर रूप सेे जख्मी हो गया था। तीन दिन अस्पताल में उपचाल के दौरान सोमवार को उसने दम तोड़ दिया।
हादसे के दिन आजाद हुसैन बाइक से बलटाना से चंडीगढ़ की तरफ जा रहा था। तभी सांड ने उसपर हमला कर दिया। घायल हुसैन को निजी अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसकी हालत को देखते हुए पीजीआइ चंडीगढ़ में रेफर कर दिया, वहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शहर में लावारिस पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसको समस्या को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता व वर्कर बीते कई दिनों से के-एरिया की ट्रैफिक लाइटों के पास भूख हड़ताल पर भी बैठे हुए हैं।
आप नेता नवजोत सिंह सैनी ने कहा कि सरकारें आई और गई, लेकिन आज तक लावारिस पशुओं की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। समस्या का हल न होने के कारण आज एक और व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया और उसके दो बच्चे अनाथ हो गए। उन्होंने आजाद हुसैन की मौत पर दुख जताया और कहा कि इस मौत की जिम्मेदार राज्य सरकार व जीरकपुर नगर काउंसिल के अधिकारी हैं। जो सडक़ पर हादसों का कारण बन रहे बेसहारा पशुओं की समस्या का हल करने में नाकाम रहे हैं।
ध्यान रहे कि मोहाली में लोग लावारिस पशुओं से परेशान है। इसको लेकर मंगलवार को निगमकी बैठक में एक प्रस्ताव लाया जा रहा है। निगम के अधीन आने वाले गांवों के लोग भी अपने पालतू पशुओं को सडक़ों पर छोड़ देते है। जिससे हादसे होते है। इस लिए निगम चाहता है कि पशु पालकों को शहर से बाहर पशु पालने के लिए जगह दी जाएगी ताकि इस समस्या से निजात मिल सके।