उड़नसिख मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का कोराेना से निधन, मोहाली के फाेर्टिस अस्पताल में ली अंतिम सांस
उड़न सिख मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का काेरोना के कारण आज रात निधन हो गया है। उन्होंने चंडीगढ़ के पास मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अंतिम सांस ली। मिल्खा सिंह भी अस्पताल में भर्ती हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन/एएनआइ। उड़न सिख मिल्खा सिंह की धर्मपत्नी निर्मल मिल्खा सिंह का कोरोना से निधन हो गया है। वह मोलाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में दाखिल थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। हॉस्पिटल प्रशासन और परिवार द्वारा अभी इसकी घोषणा नहीं की गई है। वह भारतीय महिला वालीबाल टीम की कप्तान भी रह चुकी थीं। उनका रविवार शाम ही कोराेना प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसी अस्पताल में मिल्खा सिंह भी भर्ती हैं और उनकी हालत में सुधार है। उनके पुत्र जीव मिल्खा सिंह विश्व के मशहूर गोल्फर हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुखबीर बादल सहित कई हस्तियाें ने शाेक जताया
निर्मल मिल्खा सिंह के निधन पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कई राजनेताओं व खेल जगत की हस्तियां ने गहरा शोक जताया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि निर्मल मिल्खा सिंह जी का पोस्ट कोविड से निधन की खबर सुनकर बहुत सदमा लगा है। वह शानदार खिलाड़ी थीं और भारती वालीबाल टीम की कप्तान के रूप में बड़ी सेवा की। उनके परिवार और करीबियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का ट्वीट।
मिल्खा सिंह भी कोरोना से संक्रमित हैं और फोर्टिस अस्पताल में ही भर्ती हैं
पद्मश्री मिल्खा सिंह की पत्नी निर्मल मिल्खा 85 साल की थीं। उन्होंने रविवार शाम अंतिम सांस ली। वह कोरोना संक्रमण से जूझ रही थी। आक्सीजन का लेवल लगातार कम होने की वजह से परिवार ने उन्हें 26 मई को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया था। 30 मई को तबीयत ज्यादा बिगड़ने की वजह से उन्हें नार्मल वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया था। उन्हेें मेडिकल आक्सीजन की जरूरत लगातार बढ़ती जा रही थी।
कोरोना प्रोटोकॉल के साथ किया गया अंतिम संस्कार
डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद निर्मल मिल्खा सिंह रिकवर नहीं कर पाईं और उनका देहांत हो गया। देर शाम कोरोना प्रोटोकॉल के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। गौरतलब है कि पद्मश्री मिल्खा सिंह की कोरोना रिपोर्ट 17 मई को पॉजटिव आई थी। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पूरे परिवार ने अपना कोविड टेस्ट करवाया। इसमें उनके दो घरेलू सहायक भी संक्रमित पाए गए थे। उनकी पत्नी निर्मल, बहू कुदरत और पोते हरजय मिल्खा सिंह की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। एक हफ्ते बाद निर्मल मिल्खा सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी और जब उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट दोबारा करवाया, तो वह कोरोना पॉजिटिव निकली थी। तब से उनका इलाज मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था।
मिल्खा सिंह पत्नी निर्मल को बताते थे अपनी सबसे बड़ी ताकत
मिल्खा सिंह अक्सर कहते थे कि पत्नी निर्मल उनकी सबसे बड़ी ताकत है। उनकी और निर्मल की पहली पहली मुलाकात 1955 में श्रीलंका के कोलंबो में हुई थी। दोनों एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेने श्रीलंका पहुंचे थे। निर्मल भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम की कप्तान थीं और मिल्खा सिंह एथलेटिक्स टीम का हिस्सा थे। कोलंबो में एक भारतीय बिजनेसमैन ने दोनों टीमों को खाने पर बुलाया था।
इसी पार्टी में मिल्खा सिंह को पहली नजर में निर्मल पसंद आ गई थीं। दोनों में उस दौरान काफी बातें हुई लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी थी। दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में वर्ष 1960 में उनकी दोबारा मुलाकात हुई तो उनकी प्रेम कहानी आगे बढ़ी। काफी समय एक दूसरे के साथ समय बिताने के बाद उन्होंने तय किया उन्हें जिंदगी साथ बितानी है।
परिजनों ने इस शादी पर इतराज जताया तो तत्कालीन पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों मदद के लिए आगे आए उन्होंने दोनों के परिवार से बात की और साल 1962 में मिल्खा और निर्मल की शादी हुई। मिल्खा अक्सर कहते थे कि निर्मल के बिना उनका जीवन अधूरा था। निर्मल ने उनके बच्चों का पूरा ख्याल रखा। मिल्खा सिंह की बेटी मोना अमेरिका में डॉक्टर हैं। बेटा जीव मिल्खा सिंह दिग्गज गोल्फर हैं जिन्हें अपनी खेल उपलब्धियों के लिए पद्मश्री मिल चुका है।