चंडीगढ़ में दो नए सरकारी स्कूल बनकर तैयार, इस साल नए सेशन से लगेंगी क्लासें

चंडीगढ़ में दो नए स्कूल की इमारतें बनकर तैयार हो गई हैं। नए सेशन से इन दोनों स्कूलों की नई बिल्डिंग में ही बच्चे पढ़ाई करेंगे। यह दोनों बिल्डिंग तैयार हो चुकी हैं। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट एजुकेशन डिपार्टमेंट को इन्हें हैंडओवर करने वाला है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 01:55 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 01:55 PM (IST)
चंडीगढ़ में दो नए सरकारी स्कूल बनकर तैयार, इस साल नए सेशन से लगेंगी क्लासें
नए सेशन से बच्चे इन स्कूलों में पढ़ाई करेंगे। (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव कम हो चुका है। अब अधिकतर सर्विस और चीजें शुरू हो चुकी हैं। स्कूल-कॉलेज सहित सभी शिक्षण संस्थान भी शुरू हो गए हैं। आगामी नए सेशन को देखते हुए सभी तैयारियां हो रही हैं। इस बीच शहर में तैयार हुए दो नए स्कूलों की सौगात नए सेशन से शहर को मिल जाएगी। शहर में बेहतर एजुकेशन इंफ्रास्ट्रचर को देखते हुए यह दोनों स्कूल तैयार किए गए हैं।

इनमें रायपुरकलां का स्कूल का सीनियर सेकेंडरी होगा और मक्खनमाजरा का स्कूल हाई स्कूल होगा। इन दोनों एरिया के बच्चों को अब अपने नजदीक ही एक अच्छा स्कूल मिल जाएगा। जहां सभी तरह की जरूरी सुविधाएं भी होंगी। पहले रायपुरकलां का स्कूल टीन शेड में चलता था। बरसात और गर्मी के दिनों में बच्चों को बड़ी परेशानी होती थी। नए सेशन से स्कूलों की नई बिल्डिंग में ही बच्चे पढ़ाई करेंगे। यह दोनों बिल्डिंग तैयार हो चुकी हैं। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट एजुकेशन डिपार्टमेंट को इन्हें हैंडओवर करने वाला है।

हैंडओवर करने से पहले चंडीगढ़ एडवाइजर धर्म पाल ने रायपुरकलां और मक्खनमाजरा पहुंचकर नए तैयार हुए स्कूलों का जायजा लिया। इस दौरान सेक्रेटरी एजुकेशन एसएस गिल ने उन्हें इन दोनों प्रोजेक्ट की जानकारी दी। इस दौरान एडवाइजर को बताया गया कि रायपुरकलां और आस-पास एरिया में मांग को देखते हुए यह दो स्कूल बनाए गए हैं। दोनों स्कूल की बिल्डिंग ग्राउंड के साथ तीन फ्लोर की है। प्रत्येक स्कूल में 48 क्लास रूम, प्रिंसिपल ऑफिस, स्टाफ रूम, ऑफिस रूम, मिड डे मिल रूम हैं। लड़के और लड़कियों के लिए अलग-अलग टॉयलेट हैं। इसके अलावा वॉटर स्टेशन, लाइब्रेरी, एक्टिविटी रूम, केमिस्ट्री लैब, फिजिक्स लैब और बायोलॉजी लैब है। धर्म पाल ने आदेश दिए कि जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ स्कूल शुरू किए जाएं। उपयुक्त संख्या में टीचर्स भी रखने होंगे। आगामी शैक्षणिक सत्र से यह दोनों स्कूल शुरू होंगे।

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