2030 में ऐसा होगा चंडीगढ़, कार्बन उत्सर्जन होगा जीरो और भी बहुत कुछ, विशेषज्ञों ने दी प्रेजेंटेशन

सेक्टर-10 स्थित होटल माउंट व्यू में यूटी प्रशासन और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (प्रोग्राम) के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय वर्कशॉप में एडवाइजर धर्म पाल ने यह जानकारी दी। फ्यूचर रेडी चंडीगढ़ 2030 एंड बियोंड विषय पर आयोजित यह वर्कशॉप भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों पर है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:39 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 11:39 AM (IST)
2030 में ऐसा होगा चंडीगढ़, कार्बन उत्सर्जन होगा जीरो और भी बहुत कुछ, विशेषज्ञों ने दी प्रेजेंटेशन
यूटी प्रशासन और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (प्रोग्राम) के सहयोग से दो दिवसीय वर्कशॉप आयोजित की जा रही है।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर शहर चंडीगढ़ आगामी 10 साल बाद कैसा होगा। 2030 में चंडीगढ़ की तस्वीर बदली नजर आएगी। प्लांड सिटी चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी का रूप ले चुका होगा और कई नई चीजें समेटे हुए होगा। चंडीगढ़ ऐसा शहर होगा जिसमें कार्बन का उत्सर्जन न हो। प्रशासन का फोकस शहर को क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी, स्मार्ट सिटी जिसमें स्मार्ट-ट्रांसपोर्ट, बिल्डिंग, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, हेरिटेज प्रिजर्वेशन एंड प्रोटेक्शन और 23 गांवों की डेवलपमेंट का प्लान लागू करने पर है।

सेक्टर-10 स्थित होटल माउंट व्यू में यूटी प्रशासन और यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (प्रोग्राम) के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय वर्कशॉप में एडवाइजर धर्म पाल ने यह जानकारी दी। फ्यूचर रेडी चंडीगढ़ 2030 एंड बियोंड विषय पर आयोजित यह वर्कशॉप भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों पर है।

चंडीगढ़ बनेगा रीजनल हब

चंडीगढ़ को एजुकेशन, हेल्थ, कॉमर्स, सर्विस, आइटी, माइक्रो चिप बनाने, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट बनाने का रीजनल हब बनाना है। इसके अलावा ग्रामीण एरिया के लिए भविष्य का प्लान, जलवायु परिवर्तन के लिए तैयार रहना भी चुनौती है। एडवाइजर धर्म पाल ने इस वर्कशॉप से अपनी उम्मीदों के बारे में बताया। जिन चीजों पर प्रशासन का फोकस है उनके बारे में बताने के बाद उन्होंने चुनौतियों की जानकारी भी दी। जिनसे निपटना है। वहीं 2030 तक चंडीगढ़ को कार्बन न्यूट्रल यानी इसका उत्सर्जन जीरो करना भी इसमें शामिल है।

विशेषज्ञों ने दी प्रेजेंटेशन

वर्कशॉप में विशेषज्ञों के अलग-अलग ग्रुप बनाए गए हैं। एमसी कमिश्नर अनिंदिता मित्रा ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और इससे जुड़ी चुनौतियों पर प्रेजेंटेशन दी। ग्रीन बिल्डिंग जरूरत और फायदे, अर्बन रेजिलेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर, दिल्ली मास्टर प्लान से सीख और ग्रीन मोबिलिटी पर जानकारी दी। सेक्रेटरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी देबेंद्र दलाई और सेक्रेटरी सोशल वेलफेयर ने चंडीगढ़ के एतिहासिक महत्व, मल्टी लेवल गवर्नेंस, इकोसिस्टम का इकोनॉमिक वेल्यूएशन और कार्बन कम करने की रणनीति पर जानकारी दी।डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन पलिका अरोड़ा ने एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट पर प्रेजेंटशन दी।

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