चंडीगढ़ में ऑक्सीजन की कमी से न टूटे सांसों की डोर, प्रशासन के इन दो अधिकारियों ने संभाली कमान

ऑक्सीजन की कमी ही इन दिनों मौत का सबसे बड़ा कारण बन रही है। कई जगह से ऐसी खबरें आती रही हैं कि अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई रुकने या खत्म होने से मरीजों की मौत हो गई। हालांकि चंडीगढ़ में हालात पहले से ही बेहतर रहे हैं।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 10:48 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 10:48 AM (IST)
चंडीगढ़ में ऑक्सीजन की कमी से न टूटे सांसों की डोर, प्रशासन के इन दो अधिकारियों ने संभाली कमान
चंडीगढ़ में मेडिकल ऑक्सीजन की सुचारू सप्लाई के लिए दो अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी।

चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। ऑक्सीजन की कमी ही इन दिनों मौत का सबसे बड़ा कारण बन रही है। कई जगह से ऐसी खबरें आती रही हैं कि अस्पताल की ऑक्सीजन सप्लाई रुकने या खत्म होने से मरीजों की मौत हो गई। हालांकि चंडीगढ़ में हालात पहले से ही बेहतर रहे हैं लेकिन कभी ऐसी नौबत न आए इसलिए प्रशासन ने पहले ही सख्त कदम उठाते हुए यह निर्णय लिया है। ऑक्सीजन सुचारू सप्लाई के लिए प्रशासन के दो अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके लिए नोडल अधिकारी कम सीएचबी सीईओ यशपाल गर्ग ने यह आदेश जारी किए हैं।

केंद्र सरकार से चंडीगढ़ को रोजाना 20 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन मिलने का कोटा निर्धारित है। यह ऑक्सीजन सभी गवर्नमेंट हॉस्पिटल में इस्तेमाल के बाद प्राइवेट हेल्थकेयर सिस्टम को दी जाती है। उसके बाद जो बचती है उसे अथॉराइज्ड तीन प्राइवेट वेंडर्स को सिलेंडर रीफिलिंग के लिए दिया जाता है।

यह कोटा रोजाना चंडीगढ़ को मिलता रहे इसमें कोई रुकावट या दिक्कत परेशानी न हो इसके लिए अब प्रशासन ने चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के दो अधिकारी एसडीई वाईपी बत्तरा और एई अशोक सिंगला को बरोटीवाला बद्दी हिमाचल प्रदेश में ही रहने के आदेश दिए हैं। इनोक्स बरोटीवाला से ही चंडीगढ़ को रोजाना 20 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिलती है। अभी दोनों अधिकारी वहीं रहेंगे कुछ दिनों बाद दोनों में से एक वहां रहेगा। किसी पर निर्भर न रहना पड़े इसलिए दोनों अधिकारियों को प्राइवेट वाहन टैक्सी के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी दी गई है। जिससे यह चंडीगढ़ से बद्दी के बरोटीवाला आ जा सकें। वहां 24 घंटे रहने की की मंजूरी दी गई है। जो भी खर्च आएगा प्रशासन उसे रींबर्स करेगा।

वहीं चंडीगढ़ में पहले से ही जीएमएसएच-16 के मेडिकल ऑफिसर डॉ. मनजीत सिंह को मेडिकल ऑक्सीजन की बेहतर सप्लाई के लिए जिम्मेदारी दे रखी है। बरोटीवाला में भेजे गए दोनों अधिकारियों के साथ डॉ. मनजीत भी इनोक्स बरोटीवाला से दोनों अधिकारियों के सहयोग से ऑक्सीजन के लिए कोऑर्डिनेट करते रहेंगे।

जीएमएसएच-16 के बेड भरे, जीएमसीएच-32 में होंगे दाखिल

जीएमएसएच-16 में मौजूद सभी कोविड बेड भर चुके हैं। ऐसे में अब कोरोना के नए मरीज जीएमसीएच-32 और सिविल हॉस्पिटल सेक्टर-48 में दाखिल किए जाएंगे। यह दोनों अस्पताल चंडीगढ़ के किसी भी पेशेंट को दाखिल करने से मना नहीं करेंगे। फिर चाहे वह किसी भी एरिया का हो। यह आदेश सीएचबी सीईओ कम जीएमसीएच-32 के कोविड मैनेजमेंट इंचार्ज यशपाल गर्ग ने किए हैं। गर्ग ने बताया कि प्रशासन ने उनकी जिम्मेदारी लगाई है कि वह डायरेक्टर प्रिंसिपल और मेडिकल सुप्रीटेंडेंट से कोऑर्डिनेट करें और यह सुनिश्चित करें कि कोरोना मरीजों के लिए बेड, मेडिसिन, डॉक्टर और दूसरा इंफ्रास्ट्रक्चर उपयुक्त मात्रा में है।

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