स्कालरशिप घोटाले में बढ़ेगी पंजाब की कांग्रेस सरकार की परेशानी, चुनाव करीब आते ही उठा मुद्दा
Scholarship Scam पंजाब में स्कालरशिप घोटाले का मुद्दा विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही फिर गर्माने लगा है। इससे पंजाब की कांग्रेस सरकार की परेशानी बढ़ सकती है और सरकार के लिए जवाब देना मुश्किल हो सकता है।
चंडीगढ़, [कैलाश नाथ]। Scholarship Scam: पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाला एक बार फिर पंजाब सरकार को परेशान करने जा रहा है। अगस्त 2020 में सामने आए इस घोटाले में भले ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री साधू सिंह धर्मसोत को क्लीन चिट दे चुके हैं, लेकिन जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, विपक्ष ने इसे पुन: मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक 63.91 करोड़ रुपये के इस घोटाले की शिकायतें लगातार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पास जा रही हैं।
जिस तरह से दलितों को लेकर इन दिनों सियासी दांव चले जा रहे हैं, उसके मद्देनजर यह मुद्दा अब फिर गरमाने लगा है। शिरोमणि अकाली दल इसे लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है। अकाली दल के विधायक पवन टीनू का कहना है कि दलितों के सशक्तिकरण का दम भरने वाली कांग्रेस ने अभी तक इस मामले में चुप्पी साध रखी है। घोटाले में मंत्री साधू सिंह धर्मसोत सीधे रूप से जिम्मेदार थे, लेकिन पूरी कांग्रेस सरकार मंत्री को बचाने के लिए जुट गई।
मुख्य सचिव ने जांच की लेकिन जांच में क्या निकला, कौन लोग दोषी थे, दोषियों के विरुद्ध क्या कार्रवाई की गई, इसके रिकार्ड को अभी तक कांग्रेस सरकार ने सार्वजनिक नहीं किया। उन्होंने कहा, दलितों के हकों को मारने वाली सरकार अगर यह सोच रही है कि दलित वर्ग यह भूल जाएगा तो यह उसकी भूल है। 2022 में दलित इसका हिसाब-किताब बराबर कर देंगे। शिरोमणि अकाली दल की सरकार आने के बाद जो दोषी है उन्हें सजा जरूर मिलेगी।
उधर आम आदमी पार्टी ने सीधे-सीधे इस मामले में साधू सिंह धर्मसोत पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। आप विधायक दल के नेता हरपाल चीमा ने आयोग को इस मामले में कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है। आप दो दिनों से लगातार मंत्री का पुतला फूंक रही है। माना जा रहा है कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जाएंगे विपक्ष कांग्रेस के खिलाफ अपना प्रदर्शन तेज करता जाएगा।
नजरें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग पर
अब सबकी नजरें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग पर लगी हुई हैं, क्योंकि दलित विद्यार्थियों को रोल नंबर न मिलने के मामले में जिस प्रकार से आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को तलब किया क्या है, उसी तरह वह पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले में भी वैसा ही कड़ा रुख अपना सकता है।
यह था मामला
केंद्र सरकार की तरफ से आने वाले पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप में कथित तौर पर 63.91 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था। इस मामले में विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी कृपा शंकर सरोज ने एक जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव को भेजी थी। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने अपनी रिपोर्ट में मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और कुछेक अधिकारियों पर उंगली उठाई थी, हालांकि बाद में मंत्री को इस मामले में क्लीनचिट दे दी गई थी।
आप आज से करेगी भूख हड़ताल
आम आदमी पार्टी की ओर से पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप घोटाले के खिलाफ सोमवार से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सरकारी आवास के आगे भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। आप के पायल हलके के प्रभारी मनविंदर सिंह ग्यासपुरा ने कहा कि जब तक कांग्रेस सरकार एससी विद्यार्थियों की बकाया राशि जारी नहीं हो जाती तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी।