Tribune Chowk Flyover issue: पंजाब ने कहा, फ्लाईओवर चंडीगढ़ की सीमा में, वही निर्णय लें
ट्रिब्यून चौक फ्लाईओवर के मुद्दे पर पंजाब ने इसके चंडीगढ़ की सीमा में होने की बात कहकर इससे खुद को अलग कर लिया है।
चंडीगढ़ [बलवान करिवाल]। ट्रिब्यून चौक फ्लाईओवर से पंजाब ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। पंजाब के चीफ सेक्रेटरी करन अवतार सिंह ने कहा कि फ्लाईओवर चंडीगढ़ की ज्यूरीस्डिक्शन में आता है। उन्हें ही इसे बनाना है तो वही इस पर फैसला लें। वहीं, हरियाणा की चीफ सेक्रेटरी केशनी आनंद अरोड़ा ने भी फ्लाईओवर की बजाए पहले राउंडअबाउट को हटाकर ट्रैफिक सिग्नल इंस्टॉल करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सेक्टर-8/9/17/18 राउंडअबाउट को हटाना फायदेमंद ही रहा। अब इस चौक पर ट्रैफिक की इतनी समस्या नहीं रहती। बुधवार को यूटी गेस्ट हाउस में पंजाब के राज्यपाल एवं यूटी प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में आयोजित हुई ट्राईसिटी कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग में दोनों राज्यों के चीफ सेक्रेटरी ने अपनी स्पष्ट राय दी।
एडवाइजर ने पूछा- आप फ्लाईओवर के खिलाफ तो नहीं
ट्रिब्यून चौक फ्लाईओवर का मुद्दा लंबे समय से चर्चा में है। अब पंजाब और हरियाणा ने भी इस पर चंडीगढ़ को झटका दे दिया है। हालांकि चंडीगढ़ इस मुद्दे पर दोनों राज्यों को सहमत करने में जुटा है। हरियाणा की चीफ सेक्रेटरी केशनी आनंद अरोड़ा ने जब राउंडअबाउट हटाकर ट्रैफिक सिग्नल हटाने का सुझाव दिया तो इस पर यूटी एडवाइजर मनोज कुमार परिदा ने कहा कि आप फ्लाईओवर के तो खिलाफ नहीं हैं न। पंजाब ने इसे चंडीगढ़ की सीमा में होने की बात कहकर इससे खुद को अलग कर लिया। पंजाब के अधिकारियों ने कहा कि उनका इससे कोई लेना देना नहीं है। कोर्ट में चंडीगढ़ को अपना पक्ष रखना चाहिए।
हाई कोर्ट ने दिए थे दूसरे विकल्प तलाशने के आदेश
दरअसल फ्लाईओवर पर पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने रोक लगा रखी है। चंडीगढ़ मास्टर प्लान में प्रावधान नहीं होने और 500 पेड़ न कटें इसलिए कोर्ट ने दूसरे विकल्प तलाशने के आदेश प्रशासन को दिए थे। इसके बाद जनसुनवाई भी कराई गई। इसमें अधिकतर लोगों ने फ्लाईओवर का विरोध किया।
एयरपोर्ट के नाम से नहीं आपत्ति
चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम को भी एजेंडा में शामिल किया गया था। हालांकि इस मुद्दे पर कुछ तय नहीं हो पाया। बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ ने वर्तमान नाम को ही सही बताया। इस पर पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई। हालांकि इससे पहले एयरपोर्ट का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह करने की मांग उठती रही है।