प्रशासक के आदेश, अपनी सीमा पर प्रदर्शनकारियों रोके पंजाब-हरियाणा

आए दिन चंडीगढ़ पहुंचकर प्रदर्शन करने वाले पंजाब-हरियाणा के प्रदर्शनकारियों को दोनों राज्य अपनी सरहद में ही रोकेंगे। यह प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में दाखिल नहीं होंगे। संबंधित राज्य सरकार इन्हें रोकने का काम करेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 06:20 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 06:20 AM (IST)
प्रशासक के आदेश, अपनी सीमा पर प्रदर्शनकारियों रोके पंजाब-हरियाणा
प्रशासक के आदेश, अपनी सीमा पर प्रदर्शनकारियों रोके पंजाब-हरियाणा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

आए दिन चंडीगढ़ पहुंचकर प्रदर्शन करने वाले पंजाब-हरियाणा के प्रदर्शनकारियों को दोनों राज्य अपनी सरहद में ही रोकेंगे। यह प्रदर्शनकारी चंडीगढ़ में दाखिल नहीं होंगे। संबंधित राज्य सरकार इन्हें रोकने का काम करेंगी। यह सहमति बुधवार को यूटी गेस्ट हाउस में आयोजित ट्राईसिटी को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मीटिग में बनी। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की अध्यक्षता में आयोजित इस तीसरी मीटिग में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन, पंजाब की चीफ सेक्रेटरी विनी महाजन, चंडीगढ़ एडवाइजर धर्म पाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासक ने अभी हाल ही में हुए प्रदर्शनों को देखते हुए यह आदेश दिए हैं। प्रशासक ने आदेश दिए कि ऐसे प्रदर्शनों के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि ट्रैक्टरों की एंट्री ट्राईसिटी में न हो। इससे चंडीगढ़ में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ती है। पूरा ट्राईसिटी इस तरह के प्रदर्शनों प्रभावित होता है। पहले से मंजूरी के बाद शांतिप्रिय ढंग से प्रदर्शन चंडीगढ़ में चिह्नित स्थानों पर किया जा सकता है। चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सीधी कनेक्टिविटी

इस मीटिग में प्रशासक ने कहा कि तीनों सरकारों को मिलकर इस पर काम करना चाहिए कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक डायरेक्ट कनेक्टिविटी मिले। ट्राईसिटी के चारों तरफ रिग रोड का काम तेजी से पूरा हो। टैक्स और फ्यूल प्राइज एक समान करने पर मंथन

अभी चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में एक्साइज ड्यूटी, मोटर व्हीकल टैक्स और फ्यूल रेट अलग-अलग हैं। इस वजह से शराब की तस्करी भी इंटरस्टेट होती है। साथ ही टैक्स चोरी भी होती है। इन सभी में एकरूपता लाकर इन्हें एक जैसा करने पर भी मीटिग में चर्चा हुई। हालांकि यह संभव नहीं है। रेवेन्यू लॉस की वजह से कोई भी टैक्स कम करने को तैयार नहीं है। चंडीगढ़ में शराब, फ्यूल और मोटर व्हीकल टैक्स तीनों में सबसे सस्ता है। पंजाब में फ्यूल पांच रुपये तक महंगा है। हर स्तर पर होगी मीटिग

प्रशासक ने आह्वान किया कि आपसी सहयोग के लिए सभी स्तरों पर मीटिग होती रहनी चाहिए। बीट लेवल तक यह जरूरी है। फॉलोअप एक्शन उसके तहत लिए जाएं। इससे ट्राईसिटी की लॉ एंड ऑर्डर संबंधी स्थिति को बेहतर किया जा सकता है। इंटरस्टेट गैंगस्टर, स्नैचिग और चोरी की वारदातों से निपटने के लिए सभी राज्यों का कोऑर्डिनेशन जरूरी है। कंट्रोल रूम 112 की मदद इसके लिए ली जानी चाहिए।

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