घने कोहरे के बीच सवा चार घंटे में तय किया 314 किमी का सफर, लीवर ट्रांसप्लांट कर बचाई जान

पीजीआइ चंडीगढ़ ने एक बार फिर नमुमकिन को मुमकिन कर तीन मरीजों की जान बचा ली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 07:15 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 07:15 AM (IST)
घने कोहरे के बीच सवा चार घंटे में तय किया 314 किमी का सफर, लीवर ट्रांसप्लांट कर बचाई जान
घने कोहरे के बीच सवा चार घंटे में तय किया 314 किमी का सफर, लीवर ट्रांसप्लांट कर बचाई जान

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ :

पीजीआइ चंडीगढ़ ने एक बार फिर नमुमकिन को मुमकिन कर तीन मरीजों की जान बचा ली। इस कार्य को हरियाणा के यमुनानगर की लक्ष्मी देवी की मौत के बाद उनके परिजनों की सहमति से कराए गए अंगदान के बाद अंजाम दिया गया। इस दौरान खास तौर से ग्रीन कारिडोर तैयार कर घने कोहरे के बीच सवा चार घंटे में 314 किलोमीटर का सफर तय कर नई दिल्ली के मैक्स हास्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट कर एक मरीज की जान बचा ली गई।

जिस मरीज को लक्ष्मी देवी का लीवर ट्रांसप्लांट किया गया, उसका लीवर पूरी तरह से खराब हो चुका था। 60 वर्षीय यह मरीज जयपुर का निवासी है। उसके पास जिदगी के चंद घंटे ही बचे थे, लेकिन पीजीआइ चंडीगढ़ के डाक्टरों ने जान बचा ली। इतना ही नहीं डाक्टरों ने लक्ष्मी देवी की दोनों किडनी पीजीआइ चंडीगढ़ में एडमिट दो अन्य मरीजों में ट्रांसप्लांट कर उनको भी नया जीवन दिया। 15 जनवरी को हुए सड़क हादसे में गई थी लक्ष्मी देवी की जान

हरियाणा के यमुनानगर के गांव हैबतपुर की रहने वाली 45वर्षीय लक्ष्मी देवी 15 जनवरी को सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गई थी। लक्ष्मी को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए 16 जनवरी को उन्हें पीजीआइ चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। डाक्टरों की लाख कोशिश के बाद भी लक्ष्मी देवी की जान नहीं बचाई जा सकी। डाक्टरों ने उन्हें 21 जनवरी को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद पीजीआइ के ट्रांसप्लांट कोआर्डिनेटर ने लक्ष्मी देवी के बेटे विक्रम सिंह से संपर्क किया और उन्हें आर्गन ट्रांसप्लांट के लिए राजी किया। मृतक के बेटे विक्रम सिंह ने अपनी मां के अंगदान कर जिदगी और मौत के बीच जूझ रहे तीन मरीजों की जान बचाने का फैसला किया। किसान आंदोलन के बावजूद समय रहते दिल्ली पहुंचाया लीवर

पीजीआइ के रोटो के नोडल आफिसर प्रो. डा. विपिन कौशल ने बताया कि दिल्ली में इन दिनों किसानों का आंदोलन चल रहा है। दिल्ली बार्डर पर किसानों के अंदोलन की वजह से जाम की स्थिति अन्य परेशानियों के बावजूद समय पर लीवर ट्रांसप्लांट को अंजाम दिया गया। इसके लिए पीजीआइ चंडीगढ़ ने चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का इसके लिए धन्यवाद व्यक्त किया। जिन्होंने चंडीगढ़ से नई दिल्ली के बीच ग्रीन कारिडोर तैयार किया। प्रो. जगतराम ने कहा- ऐसे लोगों की वजह से सामाज में बची है इंसानियत

पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने मृतक लक्ष्मी देवी के परिवार और उनके बेटे का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा ऐसे लोगों की वजह से आज भी सामाज में इंसानियत बची हुई है। जोकि दूसरे लोगों के बारे में भी सोचते हैं। इस दौरान पीजीआइ के नेफ्रोलाजी विभाग के हेड प्रो एसएच कोहली ने कहा मृतक लक्ष्मी देवी की किडनी ट्रांसप्लांट कर जिन दो लोगों की जिदगी बचाई। उन्होंने मृतक के परिवार और बेटे को इस नेक कार्य के लिए उम्र भर का अहसान माना।

chat bot
आपका साथी