Tokyo Olympics 2020: कोच राखी बोली- हार मानने वालों में नहीं कमलप्रीत, कल गोल्ड जीत रचेगी इतिहास
Tokyo Olympics 2020 डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर टोक्यो ओलंपिक में कल यानि सोमवार को फाइनल मुकाबले में गोल्ड मेडल के लिए थ्रो करेंगी। कमलप्रीत कौर को ओलंपिक की तैयारी करवानी वाली उनकी कोच राखी त्यागी ने विश्वास जताया है कि कोमलप्रीत जरूर गोल्ड मेडल जीतेगी।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। Tokyo Olympics 2020: डिस्कस थ्रोअर कमलप्रीत कौर (Discus thrower Kamalpreet Kaur) हार मानने वालों में नहीं हैं। बड़े टूर्नामेंट में खेलने का दबाव हमेशा खिलाड़ी पर रहता है, लेकिन कमलप्रीत कौर इस दबाव को झलने में पूरी तरह से सक्षम है। यह कहना है कमलप्रीत कौर की कोच राखी त्यागी का।
पटियाला के नेताजी सुभाष राष्ट्रीय क्रीडा संस्थान में साई कोच राखी त्यागी ने ही कमलप्रीत कौर की ओलंपिक के लिए तैयारी करवाई है। राखी कमलप्रीत कौर को वर्ष 2014 से कोचिंग दे रही हैं। ऐसे में राखी त्यागी ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफिकेशन राउंड के बाद कमलप्रीत कौर का फोन आया था। कमलप्रीत ने बताया कि उन्हें मैच के दौरान उनकी खासी कमी महसूस हुई। अपने खेल के बारे में बताते हुए कमलप्रीत ने बताया कि क्वालीफिकेशन राउंड में उसने तीन थ्रो किए, जिसमें पहला थ्रो करते वक्त वह काफी दबाव महसूस कर रही थी, उन्हें डर था कहीं फाउल हो जाए। इसके बाद अगले दो थ्रो कमलप्रीत ने पूरे आत्मविश्वास के साथ किए। अब सोमवार ( 2 अगस्त ) साढ़े चार बजे कमलप्रीत कौर का फाइनल मैच में थ्रो करेंगी।
फाइनल में दिखेगा कमलप्रीत कौर का बेहतर प्रदर्शन
राखी त्यागी ने बताया कि बताया कि कमलप्रीत ने इसी साल मार्च में फेडरेशन कप में 65.06 मीटर थ्रो करने नेशनल रिकार्ड बनाया था। इससे पहले कोई भी भारतीय महिला डिस्कस थ्रोअर इतना लंबा थ्रो नहीं कर पाई थी। जून में कमलप्रीत ने इंडियन ग्रांड प्रिक्स -4 में 66.59 मीटर थ्रो कर अपने ही पूराने रिकार्ड को तोड़ा था। ऐसे में टोक्यो ओलंपिक के फाइनल में कमलप्रीत को थ्रो करने के एवज में छह मौके मिलेंगे। ऐसे में यकीनन उनका बेस्ट जरूर फाइनल में देखने को मिलेगा। मैं बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रही हूं, जब कमलप्रीत इतिहास रचेगी।
रिकार्ड गर्ल के नाम से जानी जाती है कमलप्रीत
कमलप्रीत कौर ने वर्ष 2011-12 में डिस्कस थ्रो करना शुरू किया था। सबसे पहले रिकार्ड उन्होंने 49.89 मीटर थ्रो कर जूनियर कैटेगरी का नेशनल रिकार्ड बनाया। इसके बाद ऑल इंडिया रेलवे एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 61.10 मीटर थ्रो कर रेलवे का रिकार्ड बनाया। ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी में 55.11 मीटर थ्रो कर 16 साल पुराना रिकार्ड तोड़ते हुए ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी का रिकार्ड बनाया। 19 मार्च 2021 को नेता सुभाष नेशनल स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट पटियाला में 65.06 मीटर थ्रो कर नेशनल रिकार्ड बनाया। इससे पहले कृष्णा पूनिया ने साल 2012 में 64.76 मीटर थ्रो कर नेशनल रिकार्ड बनाया था। उन्हें खेल जगत में रिकार्ड गर्ल के नाम से जाना जाता है।