Tokyo Olympic 2020: डिफेंडर रूपिंदर पाल के प्रदर्शन से हॉकी कोच गुरमिंदर गदगद, बोले- टॉनिक का काम करेगी यह जीत
Tokyo Olympic 2020 टोक्यो ओलंपिक में पहले दिन भारतीय हॉकी टीम का मुकाबले न्यूजीलैंड के साथ खेला गया। मैच को भारत ने 3-2 के अंतर से जीत लिया है। मुकाबले में भारत के डिफेंडर रूपिंदर पाल ने एक गोल दागकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। Tokyo Olympic 2020: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम की पहली जीत का जश्न चंडीगढ़ हॉकी अकादमी में भी देखने को मिला है। टोक्यो ओलंपिक के लिए गई भारतीय हॉकी टीम में चंडीगढ़ की हॉकी अकादमी के दो पूर्व ट्रेनी खेल रहे हैं। इनमें रूपिंदर पाल सिंह और गुरजंट सिंह का नाम शामिल है।
शुक्रवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मुकाबले में रूपिंदर पाल सिंह ने गोल दागकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। चंडीगढ़ हॉकी अकादमी के कोच गुरमिंदर सिंह ने बताया कि ओलंपिक का पहला मैच काफी रोमांचक रहा। दोनों टीमों ने मैच की शुरुआत में ही आक्रामक खेलना शुरू कर दिया था। बावजूद इसके टीम इंडिया शानदार खेली और जीत हासिल की।
छह साल तक अकादमी के साथ जुड़े रहे हैं रूपिंदर पाल
हॉकी कोच गुरमिंदर सिंह ने बताया कि पंजाब के मूलरूप से फरीदकोट के रहने वाले रूपिंदर पाल सिंह वर्ष 2002 से 2008 तक अकादमी से जुड़े रहे। वह शुरू से ही टीम में डिफेंडर की पोजिशन पर खेलते रहे हैं। वह चंडीगढ़ की उस टीम में शामिल थे, जिसने हैदराबाद में आयोजित जूनियर नेशनल 2007-08 में सिल्वर मेडल जीता था। इसके अलावा वर्ष 2006-07 स्कूल नेशनल में टीम ने गोल्ड मेडल जीता था। रूपिंदर पाल सिंह लगातार दूसरा ओलंपिक खेल रहे हैं। इससे पहले वह वर्ष 2016 का रियो ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा थे।
जीत से बढ़ेगा टीम का मनोबल
हॉकी चंडीगढ़ के सेक्रेटरी अनिल वोहरा ने बताया कि टीम इंडिया ने शानदार जीत हासिल की और यह जीत टीम इंडिया के लिए टॉनिक का काम करेगी। इतने बड़े टूर्नामेंट में जब भी टीम पहला मैच खेलती है तो वह दबाव में होती है। हर जीत के साथ टीम का हौसला बढ़ता है और दबाव कम होता है। इस जीत का जोश असर रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले में भी दिखेगा।