कोरोना वायरस से लड़ने के लिए रहना होगा फिट: अमरजीत सिंह कियाम
कोरोना वायरस के लड़ने के लिए हमें खुद को करना होगा फिट। इसके लिए घर ही रह कर वर्क आउट किया जा सकता है। इससे हम अपने शरीर की इम्युनिटी को बढ़ा सकता है ।
करमजीत परवाना, चंडीगढ़
कोरोना वायरस के लड़ने के लिए हमें खुद को करना होगा फिट। इसके लिए घर ही रह कर वर्क आउट किया जा सकता है। इससे हम अपने शरीर की इम्युनिटी को बढ़ा सकता है । स्पोर्ट्स कांप्लेक्स-46 में फुटबॉल अंडर-17 वर्ल्ड कप इंडिया के पूर्व कप्तान अमरजीत सिंह कियाम ने युवा खिलाड़ियों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर उनके साथ पिता चंद्रामणि, मां आशंभी और भाई उमाकांत भी मौजूद थे। अमरजीत सिंह कियाम दो साल बाद चंडीगढ़ में कोच संदीप उर्फ सैंडी को मिलने पहुंचे थे। वहीं उनके साथ आइएसएल के महंगे खिलाड़ी संदेश जिगन भी कोच संदीप से मिलने पहुंचे थे। खाने-पीने के साथ व्यायाम पर दे ध्यान
अमरजीत ने कहा कि खिलाड़ी होने के नाते उन्हें पता है कि बॉडी में इम्युनिटी की क्या वेल्यू है। इसलिए मैं अब अपने घर पर रह कर वर्कआउट कर रहा है। वर्कआउट कर हमें शरीर से पसीना बहना बहुत जरूरी है। पसीने के साथ कई बीमारियां भी शरीर से बाहर आ जाती हैं। इसके साथ हमें इन दिनों समय खाने पीने पर पूरा ध्यान रखना होगा। बाहर के खाने से बचें। किसी भी सार्वजनिक स्थान पर जाने पहले मास्क पहने और हाथ मिलने के बजाये नमस्ते करें। हमारी इस सभ्यता को पूरा विश्व अपना रहा है।
माता-पिता ने किया मेरा सपना पूरा
भारतीय फुटबॉल टीम में मिडफील्डर के तौर पर खेलने वाले अमरजीत का जन्म 6 जनवरी 2001 को मणिपुर के थऊबाल में हुआ है। अमरजीत ने बताया कि मेरे फुटबॉल खेलने के सपने को साकार करने के लिए सबसे ज्यादा कीमत मेरे माता-पिता ने चुकाई है। पिता चंद्रामणि किसान हैं और खाली समय में बढ़ई का काम करते हैं। वहीं उनकी मां गांव से 25 किलोमीटर दूर जाकर मछली बेचती है। उन दोनों जीवन बहुत मेहनत की ताकि वो मेरा फुटबॉल खेलने के सपना पूरा कर सके। सुपर लीग में खेलने के लिए कर रहा तैयारी
अमरजीत ने बताया कि पिछले वर्ष मई में गोवा में फीफा वर्ल्ड कप अंडर-19 के क्वालिफाइंग कैंप में उनकी लेफ्ट एलबो में इंजरी हो गई थी। हालांकि अमरजीत का मैन सुपर लीग में चयन हो गया है। इस लीग में कतर के साथ मैच होना था, लेकिन कोरोना वायरस के कारण चैंपियनशिप भी रद हो गई।