MCM चंडीगढ़ में वेबीनार, बेकरी और कन्फेक्शनरी कारोबार के लिए स्टूडेंट्स को दिए टिप्स

चंडीगढ़ से उद्योग निदेशक जगजीत सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में वेबिनार से जुड़े। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने बताया कि पीएमएफएमएफ योजना उद्यमशीलता के उपक्रमों को वित्तीय तकनीकी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करके एक आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में एक प्रयास है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 10:32 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 10:32 AM (IST)
MCM चंडीगढ़ में वेबीनार, बेकरी और कन्फेक्शनरी कारोबार के लिए स्टूडेंट्स को दिए टिप्स
वेबीनार में जुड़े कॉलेज के स्टूडेंट्स और प्रवक्ता।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। एमसीएम डीएवी कॉलेज फॉर वुमेन-36 ने उद्योग विभाग के सहयोग से खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय, भारत सरकार की पीएमएफएमई योजना के तहत बेकरी और कन्फेक्शनरी में व्यावसायिक अवसर पर एक वेबिनार का आयोजन किया। चंडीगढ़ से उद्योग निदेशक जगजीत सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में वेबिनार से जुड़े। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने बताया कि पीएमएफएमएफ योजना उद्यमशीलता के उपक्रमों को वित्तीय, तकनीकी और व्यावसायिक सहायता प्रदान करके एक आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में एक प्रयास है। एमसीएम को चंडीगढ़ का एकमात्र राज्य स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान होने पर गर्व है जिसे चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा एक जिला एक उत्पाद के तहत बेकरी और कन्फेक्शनरी के क्षेत्र में उभरते उद्यमियों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए नामित किया गया है।

जगजीत सिंह ने पीएमएफएमई योजना की संपूर्ण पृष्ठभूमि, उद्देश्य और मिशन का सार प्रस्तुत किया और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योजना के महत्व को दोहराया। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मुख्य रूप से कम कृषि उपज वाली शहरी बस्ती है, इसलिए युवा उद्यमियों को इस योजना का लाभ प्रदान करने के लिए बेकरी और कन्फेक्शनरी उत्पादों को अपनाया गया है।

वेबिनार के लिए प्रमुख वक्ता के रूप में परमजीत सिंह निदेशक आरसीईडी चंडीगढ़, बलजीत कौर निदेशक वीएमएडी चंडीगढ़ और एमसीएम की खाद्य विज्ञान संकाय डॉ. वंदना शर्मा, डॉ संदीप कौर और डॉ गुरप्रीत कौर शामिल रहीं। स्किल इंडिया और स्टार्ट अप इंडिया जैसी सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए, परमजीत सिंह ने देश में उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

बलजीत कौर ने उद्यमिता के ब्रांडिंग और विपणन पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि कौशल, उत्पाद विपणन और धन प्रबंधन उद्यम को सफल बनाने में प्रमुख तत्व हैं। डॉ. वंदना शर्मा ने पीएमएफएमई योजना के दो घटकों, स्व-रिलायंस और वोकल फॉर लोकल पर बात की। डॉ. संदीप कौर की प्रस्तुति एफएसएसएआई के साथ खाद्य व्यवसाय संचालक के लाइसेंस और पंजीकरण से सम्बंधित थी, जिसमें उन्होंने ऑनलाइन एफएसएसएआई पंजीकरण की प्रक्रिया के बारे में बताया। डॉ. गुरप्रीत कौर ने दुनिया भर में, राष्ट्रीय स्तर पर और साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर बेकरी उद्योग के परिदृश्य पर बात की।

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