पार्टी को धोखा देने वाले सीटिग पार्षदों की कटेगी टिकट

भाजपा ने तय कर लिया है कि पांच साल के कार्यकाल में जिस भी पार्षद ने पार्टी के खिलाफ काम किया और मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिग की है उसकी टिकट काट दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 11:55 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:55 PM (IST)
पार्टी को धोखा देने वाले सीटिग पार्षदों की कटेगी टिकट
पार्टी को धोखा देने वाले सीटिग पार्षदों की कटेगी टिकट

राजेश ढल्ल, चंडीगढ़

भाजपा ने तय कर लिया है कि पांच साल के कार्यकाल में जिस भी पार्षद ने पार्टी के खिलाफ काम किया और मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिग की है उसकी टिकट काट दी जाएगी। इस बार फिर से होने वाले नगर निगम चुनाव में ऐसे पार्षदों को टिकट दी जाएगी। इस संबंध में पार्टी नेताओं की बैठक हो गई है। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद दिल्ली में नेताओं के साथ बैठक करके वापस लौट आए हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वर्तमान 20 सीटिग पार्षदों में से 12 की टिकट काट दी जाएगी। इनमें वह पार्षद भी शामिल हैं जिनके वार्ड महिला या एससी के लिए आरक्षित हो गए हैं।

2018 में हुए मेयर चुनाव में भाजपा के छह से सात पार्षदों ने क्रॉस वोटिग की थी। उस समय भाजपा के मेयर पद के उम्मीदवार राजेश कालिया थे और सतीश कैंथ बागी होकर चुनाव लड़ गए थे। उस समय सतीश कैंथ ने कांग्रेस के समर्थन में और भाजपा पार्षदों की क्रास वोटिग करके 11 वोट मिले थे। इस साल भी जब रविकांत शर्मा मेयर का चुनाव लड़े पार्टी का मानना है कि उस समय भी तीन पार्षदों ने क्रॉस वोटिग की। भाजपा ने इसके लिए जांच कमेटी का भी गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट हाईकमान को सौंप दी गई है। भाजपा नेताओं का मानना है कि क्रॉस वोटिग और पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेताओं की टिकट काटकर वह अपनी भविष्य की राजनीति में सुधार करना चाहते हैं, ताकि नगर निगम चुनाव के बाद जीतकर आने वाले पार्षदों को यह मैसेज मिले कि वह भविष्य में पार्टी के खिलाफ काम न करें। कई नेता यह भी कह रहे हैं कि जब देवेश मोदगिल को मेयर का उम्मीदवार बनाया गया था, उस समय टंडन गुट के कई पार्षदों ने विरोध किया था। उन पर भी कार्रवाई की जाए। उस समय आशा जसवाल ने निर्दलीय तौर पर मेयर पद के लिए नामांकन भर दिया था, लेकिन पार्टी ने बाद में आशा जसवाल को इन्कार कर लिया था। भाजपा ने 35 में से 30 टिकट फाइनल कर ली हैं, लेकिन इसकी घोषणा दो दिसंबर को करेगी। भाजपा इस बार नए चेहरों को तवज्जो दे रही है। भाजपा वर्तमान के पार्षदों के इस कार्यकाल में किए गए कामों को भी स्टडी कर रही है। कांग्रेस भी दो दिसंबर को करेगी उम्मीदवारों की घोषणा

कांग्रेस में भी टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस दो दिसंबर को उम्मीदवार घोषित करेगी। कांग्रेस पार्टी में इस समय पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला और उनकी पत्नी हरप्रीत कौर बबला दोनों को टिकट देने की चर्चा है। उम्मीदवारों की घोषणा के बाद कांग्रेस में भी नेताओं की नाराजगी सामने आने की संभावना है। दावेदार टिकट के लिए कई सीनियर नेताओं ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और अध्यक्ष सुभाष चावला को सिफारिश करवा रही है। एक दिसंबर को गठित चुनाव कमेटी की बैठक होने जा रही है।

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