सड़क हादसे में बूझ गए पंचकूला के तीन चिराग, आकर्षित को खरीदी थी नई I20, घूमने निकले थे चारों दोस्त
रविवार सुबह जब यह हादसा हुआ तो कार में चार दोस्त सवार थे। जिसमें से तीन की मृत्यु हो गई। जबकि एक युवक का चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सेक्टर-9 के आकर्षित गोयल दो बहनों का इकलौता भाई था।
जागरण संवाददाता, पंचकूला। पटियाला के राजपुरा में रविवार तड़के तीन बजे हुए सड़क हादसे में पंचकूला के तीन चिराग बुझ गए। हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए तीनों युवकों की उम्र महज 20 से 22 साल के बीच थी। सेक्टर-9 निवासी आकर्षित गोयल और यश मित्तल और सेक्टर-20 निवासी ईशांत कालरा की मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही पंचकूला में मृतकों के घरों पर मातम छा गया। चीख पुकार मच गई। परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं, आस पड़ोस के लोग उन्हें ढांढस बधांते दिखे। जिन माताओं ने अपने दिल के टुकड़े खोए वह सदमे में है।
रविवार सुबह जब यह हादसा हुआ तो कार में चार दोस्त सवार थे। जिसमें से तीन की मृत्यु हो गई। जबकि एक युवक का चंडीगढ़ के सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सेक्टर-9 के आकर्षित गोयल दो बहनों का इकलौता भाई था। घर में सबसे छोटा होने के कारण आकर्षित गोयल का बहुत ही लाड प्यार से पाला हुआ था। यह कहते हुए उनकी मां सीमा गोयल फफक पड़ीं। चितकारा यूनिवर्सिटी राजपुरा से आकर्षित गोयल बीटेक फाइनल इयर की पढ़ाई कर रहा था। मौत की खबर सुनने के बाद मां बेहोश हो गई। आकर्षित की बड़ी बहन दीक्षा कनाडा में रहती हैं। वहीं उनकी दूसरी बहन भावना मां के साथ रहती हैं। आकर्षित गोयल के पिता टीसी गोयल का निधन 16 साल पहले हो चुका है। मां सीमा गोयल और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
सीमा गोयल ने बताया कि आकर्षित गोयल को कार का बहुत शौक था। उसी शौक ने उसकी जान ले ली। आकर्षित गोयल के कहने पर घरवालों ने उसे छह महीने पहले ही नई आइ-20 कार खरीदी थी। आप पड़ोस के लोगों का कहना है कि आकर्षित गोयल बहुत अच्छा लड़का था। उसने कभी किसी ने कोई झगड़ा नहीं किया। वह सभी से बहुत सभ्य तरीके से बात करता था। आसपास के लोग भी आकर्षित गोयल की मौत से बहुत दुखी हैं। उनके घर रिश्तेदार और सेक्टर के पड़ोसियों ने पहुंचकर सांत्वना दी।
सेक्टर 9 निवासी यश मित्तल की मौत के बाद घर में दिनभर सन्नाटा पसर गया। सेक्टर के लोगों और रिश्तेदार यश मित्तल के मौत की सूचना मिलने के बाद घर पहुंचे। लोगों ने उनके पिता आशीष मित्तल को ढांढस बंधाया। आशीष मित्तल (आशु) फार्मा कंपनी चलाते हैं और अपने बेटे यश मित्तल को भी इसी बिजनेस में लाना चाहते थे। इसीलिए उसे भी बी. फार्मा करवा रहे थे। उनके परिजन किसी से बात नहीं कर रहे थे। मृतक यश मित्तल के पड़ोसी राकेश मित्तल ने बताया कि वह बहुत अच्छा लडक़ा था। उनकी मौत के बाद घर में शोक की लहर दौड़ गई। सभी लोग बहुत दुखी हैं।