चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब के डेढ़ करोड़ के पैकेज छोड़े, शुरू किया स्टार्टअप

चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब के डेढ़ करोड़ रुपये के पैकेज छोड़े और स्‍टार्टअप शुरू किया। इसके बाद वे छा गए। मुबंई आइआइटी के छात्र र‍हे तीनों युवाओं ने यूनिक मोबाइल एप तैयार किया है। उन्‍होंने इसका नाम एडवरहब रखा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 10:09 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 08:25 AM (IST)
चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब के डेढ़ करोड़ के पैकेज छोड़े, शुरू किया स्टार्टअप
चंडीगढ़ के तीन दोस्‍त अपना मोबाइल एप एडवरहब मोबाइल एप लांच करते हुए। (तीनों द्वारा उपलब्‍ध कराई गई फोटो)

चंडीगढ़, [विशाल पाठक]। सिटी ब्‍यूटीफुल चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब जैसी कंपनियों के डेढ़ करोड़ के पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी और फिर खुद का स्टार्टअप शुरू किया। तीन युवाओं ने दरअसल लॉकडाउन को एक को एक अवसर बनाया और अब छाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्‍होंने एक यूनिक मोबाइल एप एडवरहब (Mobile App Edverhub) तैयार किया है। उनका दावा है कि यह देश का एकमात्र यूनिक मोबाइल एप है, जिससे मदद से घर बैठे लाेकल ब्रांडस की ब्रैंडिंग कर कमाई की जा सकती है।

आइआइटी मुंबई के तीन छात्रों ने लाॅकडाउन को बनाया अवसर

फिलहाल ट्राई सिटी ( चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली) के लोकल ब्रांड्स की जानकारी लोगों तक पहुंचेगी। लोकल ब्रांड्स की ब्रांडिग कर लोग घर बैठे पैसा कमा सकेंगे। ये तीनों आइआइटी मुंबई के छात्र रहे हैं। कंप्यूटर साइंस के स्‍टूडेंट रचित बंसल, शशिज गुप्ता और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट सृष्ट फतेह सिंह ने यह मोबाइल एप तैयार किया है। सृष्ट फतेह सिंह पंजाब के पटियाला के अजित नगर के रहने वाले हैं। रचित बंसल पंजाब के मलेरकोटला के रहनेवाले हैं और शशिज गुप्ता हरियाणा के अंबाला जिले के बराड़ा के रहने वाले हैं।

शुरुआत में चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली के ब्रांड को किया गया है शामिल

इन तीनों का चंडीगढ़ से पुराना नाता रहा है। तीनों ने 12वीं तक की कोचिंग चंडीगढ़ से की। इसके बाद आइआइटी मुंबई में इन तीनों का दाखिला हो गया। रचित बंसल का जेईई एडवांस में आल इंडिया रैंक नौ था।  जेईई एडवांस में शशिज गुप्ता का 30वां और सृष्ट फतेह सिंह का 215वां रैंक था। तीनों स्टूडेंट्स आइआइटी मुंबई में मिले, तो दोस्त बन गए। उनको गूगल और एडोब में करीब डेढ़ करोड़ रुपये के पैकेज की नौकरी मिल गई। पिछले दिनों उन्होंने नौकरी छोड़ कर खुद का स्टार्टअप शुरू करने का फैसला लिया।

बनाया यूनिक मोबाइल एप,अब लोकल ब्रांड्स की लोग ब्रांडिंग कर घर बैठे कर सकेंगे कमाई

कोरोना महामारी के दौरान जब पूरे देश में लाॅकडाउन था, तब इसक हालात को उन्‍हाेंने अवसर के रूप में लिया और तीनों दोस्तों ने कुछ नया करने की सोची। चंडीगढ़ के एक होटल में चार महीने तक साथ रहकर उन्होंने स्टार्टअप प्लेटफार्म तैयार किया। साथ ही यूनिक कंसेप्ट के साथ इस स्टार्टअप को लांच किया। तीनों दोस्तों ने मिलकर एक ऐसा मोबाइल एप तैयार किया है, जिस पर ट्राईसिटी के लोकल ब्रांड्स को प्रोमोट करते हुए लोगों तक पहुंचकर यूजर्स घर बैठे पैसे कमा सकते हैं।

ऐसे काम करेगा एडवरहब एप

इन तीनों युवाओं ने एडवरहब नाम का मोबाइल एप तैयार किया है। इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप में शहर के 40 से अधिक लोकल ब्रांड मौजूद हैं। यूजर्स इन ब्रांड के अलावा शहर के अन्य लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर उसका इमेज पोस्ट कर और उसके बारे में अपना फीडबैक व जानकारी देकर कमाई कर सकते हैं। जो भी यूजर किसी लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर अपने पोस्ट और कमेंट्स शेयर करेगा उसे घर बैठे कमाई होगी।

इसके बाद उसके इंस्टाग्राम फालोअर जितना उसकी पोस्ट को लाइक और कमेंट्स को शेयर या रीड करेंगे, उतना ही उस यूजर की घर बैठे कमाई होगी। उदाहरण के तौर पर किसी यूजर ने किसी लोकल ब्रांड के बारे में कोई पोस्ट और कमेंट्स शेयर किया। इसके बाद इस पोस्ट पर 100 से अधिक लाइक आते हैं। उस एक पोस्ट का एक हफ्ते के अंदर यूजर को 100 से 120 रुपये मिलेंगे।

एप के जरिये आप फैशन, फूड, लाइफस्टाइल और अन्य लोकल ब्रांड को कर सकते हैं प्रोमोट

एडवरहब मोबाइल एप पर यूजर्स लोकल फैशन, फूड, लाइफस्टाइल और अन्य लोकल ब्रांड को प्रमोट कर सकते हैं। लोकल ब्रांड की यूजर्स जितनी ब्रांडिंग करेंगे, उन्हें उतनी कमाई होगी। इसका फायदा यह होगा कि लोकल ब्रांड की मार्केट में सेल बढ़ेगी। जो लोग लोकल ब्रांड्स के बारें में जानते नहीं, उन्हें इस प्लेटफार्म के माध्यम से जानकारी मिलेगी।

जल्द ही राष्‍ट्रीय स्‍तर पर भी होगा लांच

तीनों दोस्तों का कहना है कि जल्द ही यह मोबाइल एप राष्ट्रीय स्तर पर भी लांच किया जाएगा। इसमें हर शहर के लोकल ब्रांड के अलावा नेशनल ब्रांड को शामिल किया जाएगा। सृष्ट फतेह सिंह ने बताया कि जो भी लोकल ब्रांड इस मोबाइल एप पर खुद को लिस्ट करवाएंगे, इसके बाद उस ब्रांड की सेल का 10 फीसद उन्हें मिलेगा। इसके अलावा लोकल ब्रांड की सेल बढऩे पर यूजर को इनसेंटिव के तौर पर डिस्काउंट और कूपन भी दिए जाएंगे।

फ्लिपकार्ट की शुरुआत भी चंडीगढ़ के दो दोस्‍तों ने की थी

आनलाइन ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट भी चंडीगढ़ के दो युवाओं ही तैयार की थी। फ्लिपकार्ट के संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल दोनों ही चंडीगढ़ से हैं। सचिन बंसल का जन्म 5 अगस्त 1981 में चंडीगढ़ में हुआ था। उन्होंने आइआइटी दिल्ली से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग से अपनी स्नातक की डिग्री पूरी की थी। वहीं, बिन्नी बंसल का जन्म वर्ष 1983 में चंडीगढ़ में हुआ था। इन्होंने भी अपनी स्नातक आइआइटी दिल्ली से की थी।

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