Third Wave of Corona: चंडीगढ़ के प्राइवेट अस्पतालों कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को करने होंगे ये इंतजाम
Third Wave of Corona आशंका जताई है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अप्रैल/मई 2021 में जिस प्रकार संक्रमित मामले एकदम से बढ़े थे। ऐसे में तीसरी लहर की आशंका को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। 31 दिसंबर तक संक्रमण की चपेट से बचने की बेहद ही जरूरत है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Third Wave of Corona: कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए शहर के प्राइवेट अस्पतालों को भी तैयार रहना होगा। यह निर्देश स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने शहर के सभी प्राइवेट अस्पतालों को जारी किए हैं। अगले 15 दिन में स्वास्थ्य सचिव ने शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल में फायर ऑडिट करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए जीएमएसएच-16 के मेडिकल आफिसर डॉ. मनजीत सिंह को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी प्राइवेट हॉस्पिटल में फायर ऑडिट के बाद रिपोर्ट स्वास्थ्य सचिव को सौंपी जाएगी। इसके अलावा प्राइवेट अस्पताल में मानकों के अनुसार फायर एक्सटिनग्यूशर और फायर हाइड्रेंट लगाने के निर्देश दिए हैं।
गर्ग ने जो निर्देश जारी किए हैं, उसमें आशंका जताई है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में अप्रैल/मई 2021 में जिस प्रकार संक्रमित मामले एकदम से बढ़े थे। ऐसे में तीसरी लहर की आशंका को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। अगले तीन महीने 31 दिसंबर तक संक्रमण की चपेट से बचने की बेहद ही जरूरत है। इसलिए शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल को अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में कुछ डेवलपमेंट करने की जरूरत है।
50 और अधिक बेड के प्राइवेट अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट
स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल, जहां 50 या उससे अधिक बेड हैं। उन सभी प्राइवेट हॉस्पिटल में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए हैं।अस्पतालों को ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्ट डिपार्टमेंट से जो भी मंजूरी या मदद चाहिए। उसके लिए सचिव ने भी निर्देश जारी कर दिए हैं।
दवाइयों का पूरा स्टॉक, एंबुलेंस और मैनपावर की तैयारी रखें
गर्ग ने प्राइवेट अस्पताल प्रशासन को दवाईयों का पूरा स्टॉक, एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर क्रिटिक्ल केयर पेशेंट के लिए स्पोर्टिव मशीन और जरूरत पड़ने पर प्राइवेट हॉस्पिटल में मैनपावर पूरी करने के लिए सप्लाई एजेंसी से पहले ही बातचीत कर रखने को निर्देश दिए गए हैं।
ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था करने के निर्देश
गर्ग ने निर्देश जारी कर शहर के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑक्सीजन ऑडिट टीम को चेकिंग करने को कहा है।अस्पतालों में डी और बी टाइप के पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर रखने, 48 से 72 घंटे के भीतर बैकअप रखते हुए ऑक्सीजन रिफिल कराने की व्यवस्था, ऑक्सीजन पाइपलाइन की चेकिंग करने के निर्देश ताकि कोई ब्लैक मार्केटिंग व लीकेज न हो। सभी प्राइवेट अस्पतालों में बेड की संख्या के अनुसार 10 लीटर की क्षमता वाले ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर भी रखने के निर्देश दिए हैं।