चुनाव में तीसरा मोर्चा निभाएगा गेम चेंजर की भूमिका

नगर निगम चुनाव में जैसे-जैसे वोटिग की तारीख करीब आ रही है राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है। लेकिन शहर में पहली बार बना तीसरा मोर्चा बड़े दलों के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है। तीसरा मोर्चा से जुड़े नेताओं का दावा है कि यह मोर्चा इस चुनाव में गेम चेंजर की भूमिका निभाएगा। तीसरा मोर्चा बनाने वालों में वह नेता शामिल हैं जिन्हें उम्मीद के बावजूद कांग्रेस बीजेपी और आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:27 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:27 PM (IST)
चुनाव में तीसरा मोर्चा निभाएगा गेम चेंजर की भूमिका
चुनाव में तीसरा मोर्चा निभाएगा गेम चेंजर की भूमिका

जासं, चंडीगढ़ : नगर निगम चुनाव में जैसे-जैसे वोटिग की तारीख करीब आ रही है, राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है। लेकिन शहर में पहली बार बना तीसरा मोर्चा बड़े दलों के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकता है। तीसरा मोर्चा से जुड़े नेताओं का दावा है कि यह मोर्चा इस चुनाव में गेम चेंजर की भूमिका निभाएगा। तीसरा मोर्चा बनाने वालों में वह नेता शामिल हैं, जिन्हें उम्मीद के बावजूद कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मिला।

सेक्टर-27 स्थित प्रेस क्लब में रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व कांग्रेसी नेता शशि शंकर तिवारी और पूर्व भाजपा नेता गुरप्रीत सिंह हैप्पी के अलावा पूर्व कांग्रेसी नेता प्रेमपाल चौहान भी उपस्थित थे। इस दौरान सभी नेताओं ने एक साथ एक मंच पर आकर कांग्रेस और भाजपा के अलावा आम आदमी पार्टी के लिए भी चुनाव में चुनौती पेश करने का दावा किया। तिवारी ने कहा कि चुनाव में हम तीसरे मोर्चे के तौर पर लड़ेंगे, लेकिन यह लड़ाई दूसरे दलों के उम्मीदवारों को हराने और आजाद उम्मीदवारों को जीताने की होगी। कमेटी गठित कर तय की जाएगी रूपरेखा

पूर्वांचल विकास महासंघ ट्राईसिटी के अध्यक्ष तिवारी ने कहा कि शहर में हर जगह पर पूर्वांचल के लोग है।अब तीसरे मोर्चे का चुनाव प्रचार केवल इसी आधार पर होगा कि भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को वोट न दे। इन दोनों पार्टियों कर ही चंडीगढ़ में राज था अब समय आ गया है जब आजाद उम्मीदवारों को मौका दिया जाए। उनकी प्राथमिकता यही रहेगी कि ज्यादा से ज्यादा आजाद उम्मीदवारों को वोट दिलवाई जाए। जनता हो चुकी है तंग

गुरप्रीत सिंह हैप्पी ने कहा कि उनकी नाराजगी केवल इस बात से है कि जहां उनका आधार मजबूत है, पार्टी ने वहां से टिकट नहीं दिया। इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया। शहर की जनता इस समय तंग हो गई है। यह चुनाव अब तानाशाही और भाई-भतीजावाद के खिलाफ लड़ा जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि वह आजाद उम्मीदवार के तौर पर सदन में जाकर जनता के मुद्दे उठाएंगे। जो आजाद उम्मीदवार होगा मजबूत, उसका तीसरा मोर्चा करेगा प्रचार

तिवारी ने कहा कि उन्होंने यह सोच लिया है कि जो भी निगम चुनाव में आजाद उम्मीदवार खड़े है। उनकी एक लिस्ट तैयार की जाएगी। उसके बाद जब चुनाव प्रचार शुरु होगा तो जो आजाद उम्मीदवार मजबूत होंगे और उनके जीतने की उम्मीद ज्यादा होगी, उनका प्रचार तीसरा मोर्चा करेगा। इसके अलावा तीसरा मोर्चा हर आजाद उम्मीदवार के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेगा।

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