हेल्थ सेक्रेटरी की सरप्राइज चेकिंग, आधी रात चंडीगढ़ के अस्पतालों में पहुंचे, मरीज कहराते मिले, डॉक्टर सोते
जीएमसीएच-32 में स्वास्थ्य सचिव के औचक निरीक्षण पर में एक तरफ जहां ईएमओ डॉ. मोनिका इमरजेंसी वार्ड और सुपरवाइजर बीरेंद्र सिंह ड्यूटी छोड़कर मोबाइल चलाने में व्यस्त पाए गए। दूसरी तरफ अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के बाहर पांच से छह लोग बैठकर शराब पीते पकड़े गए।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने रविवार देर रात शहर के सभी सरकारी अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया। स्वास्थ्य सचिव इस दौरान एक्शन मोड में नजर आए। रात करीब 12.20 बजे यशपाल गर्ग ने बिलकुल आम आदमी की तरह जीएमसीएच-32 अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ईएमओ डॉ. मोनिका ड्यूटी पर मौजूद नहीं मिली। डॉ. मोनिका इमरजेंसी वार्ड के बगल में एक खाली कमरे में अपने मोबाइल पर वीडियो देखती मिलीं। इससे पहले जब स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल में एंट्री की तो सिक्योरिटी गार्ड के सुपरवाइजर बीरेंद्र ¨सह भी ड्यूटी पर मोबाइल पर व्यस्त पाया गया।
वहीं, जीएमसीएच-32 के अस्पताल का सुपरवाइजर बीरेंद्र सिंह अपना मोबाइल चलाने में इतना व्यस्त था कि अस्पताल के अंदर कौन प्रवेश कर रहा है और कौन बाहर निकल रहा है, इस ओर उनका बिलकुल ध्यान नहीं था। जीएमसीएच-32 के इमरजेंसी वार्ड के बाहर अटेंडेंट ओम प्रकाश के साथ चार से पांच लोग बैठे थे। उनमें से किसी ने भी मुंह पर मास्क नहीं लगाया हुआ था। इस दौरान ड्यूटी की जगह एक साथ बैठकर हंसी मजाक चल रहा था। औचक निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सचिव ने जो खामियां पाई, उस पर एक रिपोर्ट तैयार की है। ये सब तथ्य उन्होंने रिपोर्ट में शामिल कर जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर ¨प्रसिपल, स्वास्थ्य निदेशक, जीएमसीएच-32 व जीएमएसएच-16 के मेडिकल सुप¨रटेंडेंट और स्वास्थ्य अतिरिक्त सचिव को रिपोर्ट भेजी है।
सिविल अस्पताल मनीमाजरा का भी किया दौरा
स्वास्थ्य सचिव ने रात 11.20 से 11.35 तक सिविल अस्पताल मनीमाजरा का भी दौरा किया। इस दौरान ईएमओ डॉ. मोहम्मद अशर्फ वार्ड के राउंड पर पाए गए। लेबर मेडिकल आफिसर डॉ. श्वेता लेबर रूम में उपस्थित थी। अस्पताल में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी चल रही थी, लेकिन अधिकतर कर्मचारी और सिक्योरिटी गार्ड मुंह पर बिना मास्क के पाए गए।
रामदरबार के ईएसआइ अस्पताल में मिलीं खामियां
रामदरबार के ईएसआइ अस्पताल में स्वास्थ्य सचिव के निरीक्षण के दौरान ईएमओ डॉ. अकांक्षा इमरजेंसी वार्ड छोड़कर ड्यूटी पर सोती पाई गईं। इंश्योरेंस मेडिकल आफिसर डॉ. धीरज बड़ियाल वार्ड के राउंड पर थे। अस्पताल में एक्स-रे मशीन बीते कुछ हफ्तों से खराब पड़ी मिली। इसकी वजह से इमरजेंसी में एडमिट एक मरीज को जीएमसीएच-32 से एक्स-रे कराने के बात पकड़ी गई। मौके पर मौजूद अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड ने स्वास्थ्य सचिव को बताया कि बीते फरवरी 2021 से उन्हें सैलेरी नहीं मिली है। ये सिक्योरिटी गार्ड मेसर्स बॉम्बे इंटेलिजेंस सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा आउटसोर्स पर रखे गए हैं।
जीएमसीएच-32 परिसर में सरेआम चल रही थी शराब
जीएमसीएच-32 में स्वास्थ्य सचिव के औचक निरीक्षण पर में एक तरफ जहां ईएमओ डॉ. मोनिका इमरजेंसी वार्ड और सुपरवाइजर बीरेंद्र सिंह ड्यूटी छोड़कर मोबाइल चलाने में व्यस्त पाए गए। दूसरी तरफ अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के बाहर पांच से छह लोग बैठकर शराब पीते पकड़े गए। जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि वो मरीज के साथ हैं, इसके बाद जब पुलिस को तहकीकात के लिए 100 नंबर पर फोन किया गया। सभी आरोपित वहां से भाग गए।ये आरोपित स्विफ्ट कार नंबर-सीएच01-एएन7904 और सुजुकी कार सीएच01बीयू1731 में आए थे। स्वास्थ्य सचिव ने इन दोनों वाहन चालकों के खिलाफ लिखित में आदेश कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।