चंडीगढ़ के तीन सौ किसानों को मिलेगा इस योजना का लाभ, कल खाते में आएगी पहली किस्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत चंडीगढ़ के 300 किसानों को रविवार 24 फरवरी को पहली किस्त मिल जाएगी।

By Edited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 10:57 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 10:54 AM (IST)
चंडीगढ़ के तीन सौ किसानों को मिलेगा इस योजना का लाभ, कल खाते में आएगी पहली किस्त
चंडीगढ़ के तीन सौ किसानों को मिलेगा इस योजना का लाभ, कल खाते में आएगी पहली किस्त

चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत चंडीगढ़ के 300 किसानों को रविवार 24 फरवरी को पहली किस्त मिल जाएगी। प्रशासन के पास जिन किसानों के नाम इस योजना के लिए आए थे, उनमें से 300 किसान योजना की शर्तो पर खरे उतर पाए हैं। अब इन सभी किसानों को 2000 रुपये की पहली किस्त रविवार को मिल जाएगी। इसके लिए सेक्टर-10 स्थित गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी के ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस दौरान प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम भी यहां लाइव दिखाया जाएगा। इस कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री लोकसभा चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करेंगे। किसानों के साथ ही यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।

लघु और सीमांत किसानों को मिलेगा लाभ

लघु और सीमांत किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री की गोरखपुर में होने वाली रैली से पहले किसानों के खाते में पहली किस्त आ जाएगी। राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) यह रकम किसानों के खाते में ट्रांसफर करेगा। इस योजना के तहत 5 एकड़ जमीन से कम वाले किसानों को 6000 रुपये सालाना आर्थिक सहायता मुहैया कराई जाएगी। पहली किस्त के बाद दूसरी किस्त चार महीने बाद जारी होगी। इसके बाद हर चार महीने में यह किस्त मिलेगी। योजना के तहत लाभार्थियों को मुहैया कराई जाने वाली पहली किस्त के लिए आधार की अनिवार्यता नहीं रखी गई है। जबकि दूसरी किस्त से आधार या उसके पंजीकरण को अनिवार्य किया गया है। पहली किस्त में आधार या उसके पंजीकरण के स्थान पर वोटर आइडी, लाइसेंस और नरेगा जॉब कार्ड लाभार्थी की पहचान के विकल्प के तौर पर लिया गया है। लाभार्थियों की सूची पीएम-किसान पोर्टल पर अपलोड की गई है। जिन किसानों की सूचना में कोई कमी या स्पष्टीकरण नहीं है, उन्हें ठीक कराए जाने के बाद 31 मार्च तक किस्त ट्रांसफर की जाएगी।

चंडीगढ़ में नहीं बचे किसान

चंडीगढ़ में कृषि योग्य भूमि और किसानों की संख्या पहले ही बेहद कम थी। विभिन्न प्रोजेक्ट्स में जमीन अधिग्रहण होने के बाद अब कृषि योग्य भूमि और घट गई है। ऐसे में पंजाब और हरियाणा में लाभार्थी किसानों की संख्या जहां लाखों में है, वहीं, चंडीगढ़ में ऐसे अभी 300 किसान ही हैं। जिन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा।

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