मोहाली में अस्थायी शिक्षकों का धरना दूसरे दिन भी जारी, बच्चों को लेकर पहुंची महिला टीचर्स, 7वीं मंजिल पर फिर चढ़े अध्यापक
पंजाब के अस्थायी शिक्षकों का प्रदर्शन वीरवार को भी जारी है। इस प्रदर्शन में सैंकड़ों शिक्षक जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं सुबह से ही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के बाहर धरना दे रही हैं। महिला टीचर्स छोट-छोटे बच्चों के साथ दूसरे दिन धरने में शामिल हुई हैं।
मोहाली, जेएनएन। पंजाब के स्कूलों में कई वर्षों से कार्यरत अस्थायी शिक्षकों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। शिक्षकों की मांग है कि उन्हें रेगुलर किया जाए। इस मांग को लेकर पंजाब के अलग अलग जिलों से आकर अध्यापकों (Teachers) बुधवार को मोहाली फेज-8 स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (Punjab School Education Board) में शिक्षा सचिव कार्यालय का घेराव किया था। शिक्षकों का यह प्रदर्शन वीरवार को भी जारी है। इस प्रदर्शन में सैंकड़ों शिक्षक जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, सुबह से ही पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के बाहर धरना दे रही हैं। महिला टीचर्स छोट-छोटे बच्चों के साथ दूसरे दिन धरने में शामिल हुई हैं।
दूसरे दिन भी जारी इस धरने प्रदर्शन में पांच जत्थेबंदियों की ओर से पंजाब सरकार, शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है। बुधवार को प्रदर्शन कर रहे कुछ शिक्षक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की सातवीं मंजिल पर पेट्रोल लेकर चढ़ गए थे। शिक्षकों का कहना था कि यदि उन्हें नीचे उतारने की कोशिश की गई तो वह खुद पेट्रोल छिड़ककर या सल्फास खाकर जान दे देंगे। वहीं वीरवार को भी कुछ शिक्षक सातवीं मंजिल पर चढ़ गए हैं। वहीं, मोहाली पुलिस के जवान भी मौके पर तैनात हैं जो हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
मोहाली स्थित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के बाहर धरने पर बैठीं महिला टीचर्स।
महिला शिक्षक ने खाई सल्फास, फोर्टिस में भर्ती
बीते बुधवार को धरने के पहले दिन प्रदर्शन में पहुंची मलोट की महिला टीचर राजबीर कौर ने सल्फास निगल लिया। इससे बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई। मौके पर मौजूद पुलिस जवानों और धरने में शामिल शिक्षकों ने उसे मोहाली फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया। हालांकि अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती प्रदर्शन इसी तरह से जारी रहेगा। पुलिस की ओर से छत पर पेट्रोल लेकर चढ़े अध्यापकों को नीचे उतारने की कोशिशें जारी हैं। लेकिन वे मानने को तैयार नहीं। बोर्ड कार्यालय के बाहर लगातार प्रदर्शन जारी है।
शिक्षक बोले- हम डरने वाले नहीं
प्रदर्शन कर रहे अस्थायी अध्यापकों की मांग है कि उन्हें नौकरी में पक्का किया जाए। जो वेतन भत्ते रुके हैं उन्हें जारी किया जाए। अध्यापकों ने बताया कि सरकार की ओर से सिर्फ चुनावी वायदे किए गए। सरकार घर घर नौकरी का वादा कर रही है। लेकिन जो नौकरी में हैं उनको वेतन नहीं दिए जा रहे। पटियाला में शिक्षा मंत्री व कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अगर प्रदर्शन किया जाए तो लाठियां बरसाई जाती हैं। लेकिन अध्यापक इससे डरने वाले नहीं। अब अध्यापकों ने आर पार की लड़ाई का मन बना लिया है।