कोरोना जागरूकता के लिए टीचर्स को मिला अभिभावकों का साथ, वीडियो बनाकर दे रहे संक्रमण से बचने का संदेश

कोरोना बचाव के लिए दवाई नहीं है लेकिन हमारी जागरूकता ही दवाई और इलाज है। इसी सोच के साथ शहर के विभिन्न सरकारी स्कूलों ने जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई की तर्ज पर कोरोना जागरूकता के लिए भी काम किया जा रहा है।

By Edited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 02:56 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 03:37 PM (IST)
कोरोना जागरूकता के लिए टीचर्स को मिला अभिभावकों का साथ, वीडियो बनाकर दे रहे संक्रमण से बचने का संदेश
वीडियो बनाकर संक्रमण से बचने का संदेश दे रहे अभिभावक व बच्चे। (जागरण)

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोरोना बचाव के लिए दवाई नहीं है, लेकिन हमारी जागरूकता ही दवाई और इलाज है। इसी सोच के साथ शहर के विभिन्न सरकारी स्कूलों ने जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई की तर्ज पर कोरोना जागरूकता के लिए भी काम किया जा रहा है। शहर के गवर्नमेंट मॉडल प्राइमरी स्कूल सेक्टर-49 की हेडमास्टर ने टीचर्स के सहयोग से जागरूकता के लिए स्कूल में ही कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें वह अपने साथ स्टूडेंट्स के अभिभावकों को भी जोड़ रहे है।

कार्यक्रम के तहत वीडियो बनाकर लोगों को कोरोना और उसके बचाव के तौर तरीकों से अवगत करवा रहे हैं। अभिनय का लिया सहारा स्कूल स्टाफ की तरफ से एक वीडियो भी बनाया गया है। वीडियो में कोरोना बचाव की अपील की जा रही है। स्टूडेंट्स शख बजाते हुए कोरोना बचाव का ऐलान कर रहे हैं। स्टूडेंट्स बचाव के लिए हाथ धोने और मास्क पहनने का संदेश देने के लिए खुद उस प्रक्रिया को कर रहे हैं। इसी क्रम में स्टूडेंट्स के अभिभावक भी जुटे हुए हैं जो बच्चों के साथ लोगों से कोरोना बचाव की अपील कर रहे हैं।

जागरूकता का प्रयास हुआ सफल

जानकारी देते हुए स्कूल टीचर रितु ने बताया कि स्कूल की हेड टीचर का प्रयास है कि हम कोरोना की जागरूकता हर इंसान तक पहुंचाएं। जिसके लिए उन्होंने हमें मौज मस्ती में यह काम करने की अपील की थी। प्राइमरी क्लास के स्टूडेंट्स की अभी क्लासें ज्यादा नहीं लग रही हैं तो हमने उस खाली समय में जागरूकता के लिए एक प्रयास किया है जो कि काफी हद तक सफल रहा है।

वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया जा रहा शेयर

गवर्नमेंट मॉडल प्राइमरी स्कूल सेक्टर-49 से पहले गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-29 की तरफ से भी ऐसा प्रयास किया गया था। इसके अलावा गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल धनास आरसी-2 में भी इस प्रकार का प्रयास था लेकिन वह सारी प्रक्रिया स्कूल के अंदर स्टूडेंट्स के साथ थी। स्टूडेंट्स स्कूल के मुख्य गेट पर ही हाथों को सेनिटाइज करने के साथ तापमान चेक करवाना और उसके बाद क्लास रूम में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बिठाए जा रहे थे। ताकि स्टूडेंट्स को कोरोना बचाव के प्रति ज्यादा से ज्यादा जागरूक हो।

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