शिक्षक बन गया ठग, नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने वाला अध्यापक सस्पेंड, पुलिस कर रही तलाश

नौकरी की झांसा देकर लाेगों से करोड़ों रुपये ठगने वाला चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-21 का अध्यापक परविंदर सिंह सभ्रवाल काे शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। अभी वह फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:13 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:13 PM (IST)
शिक्षक बन गया ठग, नौकरी का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने वाला अध्यापक सस्पेंड, पुलिस कर रही तलाश
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले शिक्षक को विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। नौकरी की झांसा देकर लाेगों से करोड़ों रुपये ठगने वाला चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-21 का अध्यापक परविंदर सिंह सभ्रवाल काे शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। यह पहला मौका है जब किसी टीचर्स को शैक्षणिक गतिविधि से हटकर नौकरी लगवाने के नाम पर हुई ठगी करने के केस में सस्पेंड किया गया है।

गौरतलब है कि परविंदर सिंह ने लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी की थी जिसके चलते उन्हें चंडीगढ़ पुलिस ढूंढ रही है। परविदंर सिंह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है, जिसके साथ अब चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया है।

एक करोड़ 65 लाख रुपये की ठगी का आरोप

परविंदर सिंह पर लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर एक करोड़ 65 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगा है। अलग-अलग थानों में केस होने के बाद परमिंदर सिंह सभ्रवाल फरार चल रहा है और चंडीगढ़ शिक्षा विभाग ने पहल करते हुए सस्पेंड कर दिया है। पुलिस को भी उसकी तलाश है। यह पहला मौका है जब किसी टीचर को स्कूल में रहने के बावजूद बाहर ठगी जैसी हरकत करने के लिए नौकरी से हटाया गया है। 

परमिंदर 14 सालों से कार्यरत था चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में

परमिंदर सिंह सभ्रवाल हरियाणा से है, जिसने चंडीगढ़ शिक्षा विभाग में वर्ष 2006-2007 में जेबीटी टीचर के तौर पर ज्वाइन किया था। ज्वाइनिंग के बाद परमिंदर ने पहले गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल सेक्टर-19 और उसके बाद वर्तमान में गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-21 में जेबीटी टीचर के तौर पर कार्यरत था। विभागीय सूत्रों की माने तो परमिंदर लोगों से नौकरी पर लगवाने के नाम पर पैसे ठगता था, जिसके बाद लंबे समय तक उन्हें नौकरी लगवाने का आश्वासन देता रहता था।

chat bot
आपका साथी