मोहाली के तरुणजोत बने लेफ्टिनेंट, अभिभावक बोले- ये गर्व की बात बेटा देश की करेगा सेवा
मोहाली स्थित महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी इंस्टीट्यूट (Maharaja Ranjit Singh Armed Forces Preparatory Institute Mohali) के 12 कैडेट्स का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (Lieutenant in Indian Army) के तौर पर हुआ है। इन 12 कैडेट्स में मोहाली के तरुणजोत भी शामिल हैं।
मोहाली, [रोहित कुमार]। मोहाली स्थित महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी इंस्टीट्यूट (Maharaja Ranjit Singh Armed Forces Preparatory Institute Mohali) के 12 कैडेट्स का चयन भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट (Lieutenant in Indian Army) के तौर पर हुआ है। शनिवार को देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री एकेडमी (Indian Military Academy Dehradun) की पासिंग आउट परेड (Passing Out Parade) में इन सभी कैडेट्स ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली। इन कैडेट्स ने 2 साल तक मोहाली स्थित महाराजा रणजीत सिंह इंस्टिट्यूट में ऑफिसर बनने के लिए कड़ी मेहनत की थी। इन 12 कैडेट्स में मोहाली के तरुणजोत भी शामिल हैं।
तरुणजोत ने दसवीं के बाद महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी इंस्टीट्यूट मोहाली ज्वाइन कर लिया। तरुणजोत के पिता गुरबचन सिंह ने बताया कि उक्त संस्थान को ज्वाइन करने के लिए तरुणजोत ने पेपर दिया और वह क्लीयर हो गया। संस्थान को ज्वाइन करने के बाद अपने आप रास्ता बनता चला गया।
साथ में पढ़ाई को भी रखा जारी
तरुणजोत के पिता गुरबचन सिंह पंजाब सचिवालय से सेवानिवृत हैं। वहीं, माता पंजाब सचिवायल में अभी कार्यरत हैं। तरुणजोत का बड़ा भाई डॉक्टर है। तरुणजोत के पिता गुरबचन सिंह ने बताया कि तरुणजोत ने चंडीगढ़ के दिल्ली पब्लिक स्कूल से दसवीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद आर्म्ड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी इंस्टीट्यूट को ज्वाइन करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई शैमरॉक पब्लिक स्कूल मोहाली में जारी रखा। सेना में जाने के बाद तरुणजोत के अभिभावक बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि ये गर्व की बात है कि बेटे को देश की सेवा करने का मौका मिला है।
सभी कैडेट्स ने की कड़ी मेहनत
वहीं संस्थान के डायरेक्टर बीएस ग्रेवाल ने कहा कि जितने भी कैडेट्स का चयन सेना में किया गया है, उन सभी ने बेहद कड़ी मेहनत की है। संस्थान की ओर से आगे भी देश को बेहतर अफसर देने की कोशिश जारी रहेगी। ध्यान रहे कि मोहाली में बने इस संस्थान को पंजाब सरकार की ओर से सेना में युवाओं को जाने के लिए प्रेरित करने के लिए खास तौर पर शुरू किया गया था। पंजाब के युवाओं का रूझान सेना में जाने के लिए बढ़े इसको लेकर सरकार की ओर से भी प्रयास किए गए। इसके बाद सेना में जाने के लिए युवाओं में रूचि बढ़ रही है। इस संस्थान में दाखिला लेने के लिए हर साल सैकड़ों युवा प्रयास करते हैं, जिसमें कुछ का चयन होता है।