स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से लें प्रेरणा

स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य पर सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक और धर्मार्थ संगठन कालीबाड़ी सेक्टर-47 ने सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 07:06 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 07:06 PM (IST)
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से लें प्रेरणा
स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं से लें प्रेरणा

जागरण संवाददाता, चंडीगढ : स्वामी विवेकानंद की जयंती के उपलक्ष्य पर सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और धर्मार्थ संगठन कालीबाड़ी सेक्टर-47 ने सांस्कृतिक कार्यक्रम करवाया। कार्यक्रम का आरंभ रामकृष्ण मिशन आश्रम चंडीगढ़ के सहायक सचिव स्वामी गुरुकृपानंद ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी अमृता गांगुली ने स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विवेकानंद महान विचारक होने के साथ-साथ अच्छे इंसान भी थे जो कि आने वाली स्थिति को पहले से ही भांप लेते थे। उन्हीं की सूझबूझ का परिणाम था कि उस समय भी दुनिया के ज्यादातर लोग उनके सिद्धांतों को मानते थे। संगीत के अलावा पेटिग और कलाकृतियों से दिखाए स्वामी विवेकानंद

स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों को संगीत के जरिए पेश करने के साथ बच्चों ने पेटिग और विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाकर बच्चों को सिद्धांतों का महत्व बताया गया। कलाबाड़ी से जीएस दासगुप्ता ने बताया कि हमारा प्रयास बच्चों को सिद्धांतों के प्रति अवगत कराना है ताकि वह बेहतर जीवनयापन कर सकें। बच्चों को संगीत के अलावा कलाकारी से बहुत ज्यादा प्यार होता है जिस कारण इस प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए जयंती को मनाया है।

विकास के लिए विवेकानंद के सिद्धांतों को अपनाना जरूरी-

वहीं कार्यक्रम में बोलते हुए रामकृष्ण मिशन आश्रम चंडीगढ़ के सहायक सचिव ने स्वामी गुरुकृपानंद ने कहा कि राष्ट्र विकास के लिए स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों को मानना जरूरी है। उनका हर सिद्धांत मानवता को विकास के रास्ते पर लेकर जाता था। उनके सिद्धांतों के अनुसार कर्म अहम है फल की इच्छा करना इंसान के लिए सही नहीं है। यदि कर्म इंसान करता है तो फल मिलता ही है। स्वामी विवेकानंद ने हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्यार और मोहब्बत के लिए इंसानियत को प्रोत्साहित किया। जिसके कारण उन्हें आज भारत के साथ दूसरे देशों में भी याद किया जाता है।

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