Black Fungus बना बड़ी चुनौती, शुगर रोगी रहें विशेष सतर्क, जानें इसके लक्षण व क्‍या है इलाज

कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस भी बड़ी चुनौती बनने लगा है। यह आंखों का साथ-साथ फेफड़ों व दिमाग पर असर डाल रहा है। चंडीगढ़ पीजीआइ के निदेशक प्रो. जगतराम ने इसके लक्षणों के बारे में बताया। कहा कि लोग विशेष सतर्क रहें।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:13 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 08:56 AM (IST)
Black Fungus बना बड़ी चुनौती, शुगर रोगी रहें विशेष सतर्क, जानें इसके लक्षण व क्‍या है इलाज
ब्लैक फंगस बन रहा कोविड रोगियों के लिए बड़ी चुनौती। सांकेतिक फोटो

चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। एक तरफ देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। दूसरी तरफ अब ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस ने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। ब्लैक फंगस सबसे ज्यादा उन मरीजों पर घातक साबित हो रहा है जो कि कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं और उन्हें डायबिटीज यानी मधुमेह है। ऐसे लोगों पर म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस फेफड़ों, आंखों और दिमाग पर असर डाल रहा है और यह उनकी जान पर भारी पड़ रहा है। 

यह बीमारी उन कोरोना पीड़ित मरीजों में देखने को मिल रही है जो डायबिटीज से पीड़ित हैं। यह बीमारी आंखों में होने पर मरीज की रोशनी भी खत्म कर दे रही है। पीजीआइ के निदेशक प्रोफेसर जगतराम ने बताया है कि यह शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। इस बीमारी से शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें: Black Fungus: हरियाणा में ब्लैक फंगस का कहर, मई में अब तक मिले 30 मरीज, एक की मौत

हवा से फैलता है ब्लैक फंगस

पीजीआइ के निदेशक प्रोफेसर जगतराम ने बताया कि ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस एक ऐसी बीमारी है जो कि किसी व्यक्ति से नहीं बल्कि वातावरण में हवा के माध्यम से सांस लेने पर इंसान के अंदर प्रवेश करता है। खासकर यह बीमारी उन लोगों को होती है, जो कि कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और उन्हें डायबिटीज है। इसके अलावा यह बीमारी उन मरीजों को होती है, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहद ही कमजोर है।

यह भी पढ़ें: स्कूल में हो., लेख मत सुनाना., कॉलेज चले जाओ., ये हैं पाकिस्तान में बैठे तस्करों के कोडवर्ड, साबी से पूछताछ में हुआ खुलासा

म्यूकरमाइकोसिस होने पर 95 फीसद तक मौत का खतरा

प्रो. जगतराम ने बताया कि म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस होने पर व्यक्ति की इस बीमारी से मौत होना 95 फीसद तक है। ऐसे में इस बीमारी से व्यक्ति को मात्र 5 फीसद तक बचाया जा सकता है। इसका इलाज महंगा और दवाइयों की कमी के कारण इलाज भी बेहद ही चुनौतीपूर्ण है।

चंडीगढ़ सहित देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस का खतरा

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ सहित देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस बीमारी तेजी से बढ़ रही है इनमें दिल्ली, पंजाब , हरियाणा , महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे कई अन्य राज्य शामिल हैं। पीजीआइ के निदेशक प्रोफेसर जगत राम ने बताया कि बीते एक साल में ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस के कई मरीज पीजीआइ में इलाज के लिए आ चुके हैं। और इनमें से कई लोगों की जान भी जा चुकी है।

यह भी पढ़ें: Amitabh Bachchan से दो करोड़ का दान लेने पर पंथक विवाद, HSGPC व सिख संगठनों ने राशि वापस करने को कहा

क्या है ब्लैक फंगस

पीजीआइ के मुताबिक ब्लैक फंगस प्रकार का फंगस है। यह फंगस शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। यह इंफेक्शन उन लोगों में देखने को मिल रहा है जो कि कोरोना संक्रमित होने से पहले किसी दूसरी बीमारी से ग्रस्त थे। यह उन्हीं लोगों में देखने को मिल रहा है जिनकी इम्यूनिटी बेहद कमजोर है।

ब्लैक फंगस के लक्षण

यह संक्रमण ज्यादातर उन मरीजों में देखने को मिल रहा जो कि डायबिटीज से पीड़ित हैं। ऐसे मरीजों को डायबिटीज पर कंट्रोल रखना चाहिए। विशेषज्ञों के मुताबिक ब्लैक फंगस के कारण सिर दर्द, बुखार, आंखों में दर्द, नाक बंद या साइनस के अलावा आंखों की रोशनी पर भी असर पड़ता है।

यह भी पढ़ें: सोनाली फोगाट और सपना चौधरी का मुकाबला, ममता का हुड्डा प्रेम, पढ़ें हरियाणा की और भी रोचक खबरें

ऐसे करें इस बीमारी से खुद का बचाव

पीजीआई के ईएनटी विभाग के एचओडी डा. नरेश पांडा ने बताया कि जो लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और उन्हें डायबिटीज या अन्य कोई बीमारी है। संक्रमण से ठीक होने के बाद अगर उनके शरीर में कुछ परिवर्तन होता है। जैसे कि आंखों की रोशनी कमजोर होना, सर में दर्द, नाक बंद होना, चेहरे पर दर्द, त्वचा पर किसी प्रकार का बदलाव, सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ आदि जैसे लक्षण दिखाई देने पर डाक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा जो लोग डायबिटीज से ग्रस्त हैं वह अपने शरीर के शुगर लेवल को नियमित तौर पर चेक करते हैं। जो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं वह स्टेरॉयड लेते समय उसकी डोज के बारे में डॉक्टर से संपर्क करें।

म्यूकरमाइकोसिस मरीजों पर पीजीआइ का आंकड़ा बीते एक साल में 61 मरीज आए 14 मरीजों की मौत हो गई 61 में से 25 मरीजो को हुआ था कोरोना 59 मरीजों की निकालनी पड़ी आंखें 

यह भी पढ़ें: पंजाब के एक दर्जन गांवों की ग्राउंड रिपोर्ट, दिल्ली बार्डर से लौटकर किसान बन रहे सुपर स्प्रेडर

यह भी पढ़ें: Ludhiana Black Fungus ALERT! लुधियाना में ब्लैक फंगस, चपेट में आए कोरोना को मात देने वाले 20 लोग, कुछ की आंखें व जबड़े निकाले

chat bot
आपका साथी