लड़ाकू विमानों की आवाज से गूंजा चंडीगढ़, एयरफोर्स के जाबांजों के करतब देख हैरान रह गए लोग, Photos
लड़ाकू हवाई जहाज एक के बाद एक शहर के ऊपर से गुजर रहे थे। हर कोई इन लड़ाकू जहाजों को देखकर दंग रह गया। करीब आधे घंटे तक शहर में एक के बाद एक आठ से नौ लड़ाकू विमान शहर के ऊपर से गुजरे।
जागरण, संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ में दोपहर करीब तीन बजे आसमान से गूंजती आवाजों को सुन लोग सहम गए। घरों, कार्यालयों यहां तक कि सड़कों से गुजर रहे लोग भी आसमान को ताकने लगे। आसमान से बादलों को चीरते हुए लड़ाकू विमानों की आवाजें इस कदर लोगों के कानों में गूंजने लगी कि जैसे कोई युद्ध शुरू हो गया हो। लड़ाकू हवाई जहाज एक के बाद एक शहर के ऊपर से गुजर रहे थे। हर कोई इन लड़ाकू जहाजों को देखकर दंग रह गया।
करीब आधे घंटे तक शहर में एक के बाद एक आठ से नौ लड़ाकू विमान शहर के ऊपर से गुजरे। आपको बता दें कि यह चंडीगढ़ में कल यानि बुधवार को होने वाले सूर्य किरण एयर शो की रिहर्सल चल रही थी। इस रिहर्सल का आयोजन चंडीगढ़ की सुखना लेक पर किया गया। जहां दोपहर तीन बजे भारतीय वायु सेना ने अपने लड़ाके जहाजों के साथ कल आयोजित होने वालेे इस शो की रिहर्सल की।
आसमान पर करतब दिखाते वायुसेना के लड़ाकू विमान।
बता दें कि एयरफोर्स की तरफ से 1971 युद्ध के स्वर्णिम विजय दिवस पर इस सूर्य किरण एयर शो का आय़ोजन किया जा रहा है। इसके अलावा इसी साल एयरफोर्स स्टेशन चंडीगढ़ भी अपनी स्थापना की गोल्डन जुबली मना रहा है। एयर फोर्स चंडीगढ़ की स्थापना वर्ष 1961 में हुई थी। इसलिए यह एयर शो कई मायनों में खास है।
हवा में उड़ता एयरफोर्स का चिनूक विमान।
मौसम ने दिया साथ
शहर में सुबह हो रही बारिश के चलते कयास लगाए जा रहे थे कि इस रिहर्सल को टाल दिया जाएगा। लेकिन जैसे दिन चढ़ता गया तो मौसम भी खुल गया और धूप निकल आई। जिसके बाद इस रिहर्सल को अंजाम देने का प्लान सीरे चढ़ सका। प्रशासन ने शहरवासियों को इस रिहर्सल को देखने के लिए आमंत्रित किया था। सुखना लेक पर लोग पहुंचे थे जहां पुलिस जवान भी तैनात किए गए थे।
सुखना लेक के बिल्कुल करतब दिखाता चिनूक विमान।
साल 1996 में बनी थी सूर्य किरण टीम
आसमान में हैरतअंगेज करतब दिखाने वाली यह सूर्यकिरण टीम 1996 में बनी थी। कर्नाटक के बिदर एयरफोर्स स्टेशन पर टीम को 6 किरन मल्टीस्किल ट्रेनर एयरक्राफ्ट के जरिए शुरू किया गया था। टीम ने अपना पहला शो 15 सितंबर 1996 को कोयंबटूर के एयरफोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज में गोल्डन जुबली समारोह में किया था।