चंडीगढ में ह्यूमन ट्रायल में शामिल हुए पंचकूला सेक्टर-20 के सुरिंदर, बोले- वैक्सीन से नहीं कोई खतरा

चंडीगढ़ पीजीआइ में कोवि शील्ड वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में शामिल हुए पंचकूला के सेक्टर-20 के रहने वाले सुरिंदर सिंगल बरनाला ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सेफ है। उन्होंने कहा कि वे नियमित रूप से बीपी और शुगर की दवाइयां लेते हैं।

By Vinay kumarEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 10:21 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 10:21 AM (IST)
चंडीगढ में ह्यूमन ट्रायल में शामिल हुए पंचकूला सेक्टर-20 के सुरिंदर, बोले- वैक्सीन से नहीं कोई खतरा
पीजीआइ में कोवि शील्ड वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में भाग लेने वाले सुरिंदर सिंगल।

चंडीगढ़, जेएनएन। पीजीआइ में कोवि शील्ड वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल में शामिल हुए पंचकूला के सेक्टर-20 के रहने वाले सुरिंदर सिंगल बरनाला ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सेफ है। वैक्सीन से किसी की भी जान को कोई खतरा नहीं है। यहां तक की जो लोग किसी बीमारी से भी ग्रस्त हैं, वे अपनी नियमित दवाइयों का सेवन करते हुए भी ये वैक्सीन लगवा सकते हैं। इस वैक्सीन का किसी बीमारी पर कोई असर नहीं पड़ता है। सिंगल ने बताया पीजीआइ आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और सीरम इंस्टीट्यूट पुणे की कोविशील्ड वैक्सीन का ट्रायल उन पर हुआ है।

उन्होंने कहा कि वे नियमित रूप से बीपी और शुगर की दवाइयां लेते हैं। लेकिन वैक्सीन लगवाए हुए उनको करीब चार माह हो गए हैं और किसी भी प्रकार का उनके शरीर में वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला। 66 वर्षीय सुरिंदर सिंगल बरनाला ने बताया कि उनके ऊपर पीजीआइ में सितंबर माह में यह वैक्सीन ट्रायल किया गया था। उनको दो चरणों में वैक्सीन की दो डोज दी गईं। पहली डोज 30 सितंबर को लगाई गई। उसके बाद दूसरी डोज 28 अक्तूबर को दी गई। उसके बाद 25 नवंबर को चेकअप के लिए बुलाया गया। वैक्सीन से अब तक उन पर कोई साइड इफेक्ट या कोई स्वास्थ्य संबंधित दिक्कत सामने नहीं आई है। सुरिंदर सिंगल बरनाला ने बताया कि वैक्सीन के ट्रायल के लिए वह खुद ही तैयार हुए थे।

उन्होंने सितंबर माह में समाचार पत्र में छपे एक विज्ञापन को देखा तो उसमें कोरोना वैक्सीन के छह माह के ट्रायल के लिए लोगों के आवेदन मंगवाए गए थे। उन्होंने विज्ञापन को देखा और बिना अपने घरवालों को बताए उसके लिए आवेदन कर दिया। उन्होंने मोबाइल नंबर के माध्यम से व्हाट्स्अप पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया। दो दिन बाद उनको पीजीआई से काल आया कि आप सुबह दस बजे नेहरू हास्पिटल, पीजीआई में पहुंचे।

सुरिंदर सिंगल ने बताया कि वह समय पर पीजीआई पहुंच गए। पीजीआई में उनका बाडी चेकअप किया गया। ब्लड टेस्ट किए गए और बीपी, शुगर के टेस्ट किए गए। इसमें करीब छह घंटे लगे। घरवालों ने जब पूछा कि कहां गए हैं तो उन्होंने कहा कि उन्होंने यह भी नहीं बताया कि वह कहां जा रहे हैं। छह घंटे बाद उनको वापस भेज दिया गया। दो दिन बाद काल आई कि आपको वैक्सीन लगाई जाएगी। सुबह दस बजे पहुंच जाएं। जब वह पीजीआई पहुंचे तो वहां फिर से बाडी के सारे चेकअप किए गए और ब्लड सैंपल लिए गए। सभी टेस्ट लेने के बाद उनको कुछ समय बाद वैक्सीन लगाई गई।

तीस सिंतबर 2020 को उनको बाएं हाथ की बाजू पर वैक्सीन लगाई गई। वैक्सीन लगाने के बाद उनको आघा घंटा वहीं पर रेस्ट करवाया गया। उसके बाद उनको एक डायरी दी गई और उनको कहा गया कि 28 दिन तक बॉडी में होने वाले चेंज को लिखना है।इसके बाद उन्होंने 28 दिन बाद उनको बुलाया गया और पूरे शरीर के चेकअप के बाद 28 अक्तूबर को उनको वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई। इसके बाद उनको 25 नवंबर को बुलाया गया और बाडी चेकअप किया गया। इसके बाद पीजीआई की ओर से लगातार उनको काल आती रहीं कि कोई समस्या तो नहीं है। सुरिंदर सिंगल ने बताया कि उनकी पत्नी सुधा सिंगल को जब उन्होंने डायरी दी और कहा कि मैं वैक्सीन लगवाकर आया हूं तो वह चौक पड़ीं। इसके बाद रिश्तेदारों के काल भी आने लगे कि आपने वैक्सीन क्यों लगवाई, आपने रिस्क क्यों लिया।

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