असम की अभिनेत्री को भाया सिटी ब्यूटीफुल, सुरभि दास ने कहा- चंडीगढ़ जैसे हरे-भरे शहर में रहना सपने जैसा
टीवी सीरियल नीमा डेंजोंग्पा में लीड रोल निभा रही सुरभि दास इन दिनों चंडीगढ़ में है। उन्हें सिटी ब्यूटीफुल इस कदर भाया है कि वह चंडीगढ़ की मुरीद हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अगर रिटायरमेंट के बाद कहीं रहना पसंद करेंगी तो वह चंडीगढ़ शहर ही है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। लोग विदेश जाने का सपना देखते हैं, वह चाहते हैं कि अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने दूसरे देश जाएं। मैंने भी सपना देखा था लेकिन दूसरे देश जाने का नहीं, चंडीगढ़ घूमने का। आज सह सपना सच भी हो गया है। चंडीगढ़ जैसा हरा-भरा शहर शायद ही कहीं होगा। चंडीगढ़ शहर को जिस तरह से बसाया गया है वह सच में सपनों की नगरी जैसा ही है। बेशक चंडीगढ़ छाेटा शहर है लेकिन इसकी खूबसूरती हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह बात असम की रहनेवाली अभिनेत्री सुरभि दास ने कही है।
टीवी सीरियल नीमा डेंजोंग्पा में लीड रोल निभा रही सुरभि दास इन दिनों चंडीगढ़ में है। उन्हें सिटी ब्यूटीफुल इस कदर भाया है कि वह चंडीगढ़ की मुरीद हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अगर रिटायरमेंट के बाद कहीं रहना पसंद करेंगी तो वह चंडीगढ़ शहर ही है।
टीवी सीरियल नीमा डेंजोंग्पा के बारे बताते हुए सुरभि ने कहा कि इसकी कहानी संघर्षों, अप्रिय प्रतिक्रियाओं और पूर्वधारणाओं को बहुत अच्छी तरह से दर्शाती है, जिसका सामना एक महिला को करना पड़ता है। इस शो के बारे में बात करने और अपने प्रशंसकों से मिले सपोर्ट के लिए उनका शुक्रिया अदा करने के लिए सुरभि दास चंडीगढ़ पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ शो में आगे आने वाली कहानी और नए ट्विस्ट जिसकी के बारे में बात की, बल्कि शहर के कुछ खूबसूरत जगहों पर भी घूमी। चंडीगढ़ की अपनी यात्रा के बारे में बताते हुये सुरभि ने कहा कि चंडीगढ़ मेरी पसंदीदा जगहों में से एक है, जहां मैं हमेशा से ही घूमना चाहती थी। उन्होंने कहा कि यह शहर मुझे मेरे घर के जैसा लगता है। चंडीगढ़ में मैंने जिस तरह की एनर्जी महसूस की, वह सच में कमाल की थी।
उन्होंने शो और अपने किरदार के बारे में बात करते हुये कहा कि नीमा के सफर ने कई लोगों को जिस तरह से प्रभावित किया है, उसे देखकर मैं हैरान हूं। मैंने इस किरदार से काफी कुछ सीखा है और आने वाले समय में ओर भी बहुत सीखूंगी। इस धारावाहिक में उसकी हिम्मत दर्शाती है कि कोई महिला यदि ठान ले, तो कुछ भी कर सकती है और वह हर दिन नीमा से प्रेरित होती रहती है।