अकेले बंसल का नाम भेजने पर सिद्धू- तिवारी के समर्थकों में गुस्सा, चुनाव कमेटी पर उठाए सवाल
तिवारी-सिद्धू गुट के नेताओं ने कहा कि चुनाव कमेटी में पूर्व केंद्रीय मंत्री बंसल और कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के ही करीबी शामिल हैं। इसलिए केवल बंसल का नाम तय किया गया।
चंडीगढ़ [राजेश ढल्ल]। चुनाव कमेटी की ओर से अकेले पवन बंसल के नाम पर मुहर लगाने से सिद्धू और तिवारी गुट को झटका लगा है। वहीं दोनो गुटों के समर्थकों ने चुनाव कमेटी के सदस्यों पर सवाल उठाया है। दोनों गुट के नेताओं का कहना है कि इस कमेटी में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के ही करीबी और समर्थक शामिल हैं। इसलिए केवल पवन बंसल का नाम तय किया गया जबकि नवजोत कौर सिद्धू और मनीष तिवारी का नाम भी प्रबल दावेदारों में है। इन दोनो नेताओं ने शहर में पिछले कई दिनों से अपनी सक्रियता बनाई हुई है।
मालूम हो कि रविवार को पार्टी आशा कुमारी चुनाव कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक करने आई थीं जिसमें सभी सदस्यों ने सिर्फ पवन बंसल के नाम पर एकजुट होकर अपनी सहमति दी थी। बाकी के दावेदारों के नाम पर चर्चा भी नहीं हुई।
मनीष तिवारी और मिसेज सिद्धू के समर्थकों में गुस्सा
मनीष तिवारी के समर्थक एवं इंटक उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह का कहना है कि चुनाव कमेटी की बजाय चंडीगढ़ के मतदाताओं से पूछना चाहिए की उन्हें किस तरह का उम्मीदवार चाहिए। चुनाव कमेटी में बंसल और छाबड़ा के ही करीबी शामिल हैं। ऐसे में वह किस तरह से दूसरे दावेदार का नाम लेंगे। जो इस समय चुनाव कमेटी के सदस्य हैं वह सभी बंसल- छाबड़ा की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह काम कर रहे हैं।
नवजोत कौर सिद्धू की समर्थक पूर्व मेयर पूनम शर्मा का कहना है कि टिकट हाईकमान की ओर से ही फाइनल होगी। चुनाव कमेटी की ओर से एक ही नाम की सिफारिश करने से कुछ नहीं होगा। हाईकमान की ओर से इस बार महिला उम्मीदवार को ही टिकट दी जानी चाहिए और नवजोत कौर सिद्धू का शहर से चुनाव लड़ना तय है।