पंजाब सीएम पद की दौड़ में पिछड़े सुखजिंदर सिंह रंधावा बोले- माझा ब्रिगेड का मिशन फतेह हो गया

Punjab New CM मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पिछड़े सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि माझा ब्रिगेड का मिशन फतेह हो गया है। उनका कहना है कि उनके मन में कभी यह नहीं था कि वह मुख्यमंत्री बनें।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 08:47 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 08:47 PM (IST)
पंजाब सीएम पद की दौड़ में पिछड़े सुखजिंदर सिंह रंधावा बोले- माझा ब्रिगेड का मिशन फतेह हो गया
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जट सिखों की खींचतान में मुख्यमंत्री की कुर्सी से दूर रह गए कैबिनेट मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि माझा ब्रिगेड का मिशन फतेह हो गया है। उनका कहना है कि उनके मन में कभी यह नहीं था कि वह मुख्यमंत्री बनें। नए बने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ राजभवन पहुंच रंधावा ने कहा कि नए मुख्यमंत्री सोमवार को शपथ लेंगे, उसके बाद वह कैबिनेट बैठक बुलाएंगे। इस बैठक के बाद ही पता चलेगा कि किसके पास कौन सा महकमा रहेगा।

पंजाब के मुद्दों के लेकर रंधावा ने कहा कि जो पंजाब के मुद्दे हैं, उसे नए मुख्यमंत्री कैसे हल करते हैं, चाहे वह बेअदबी का मुद्दा हो या ड्रग्स का या फिर निजी थर्मल प्लांटों के साथ हुए समझौतों को रद करने का, लेकिन मुद्दे हल करने होंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को साथ लेकर चलना अब नए मुख्यमंत्री का काम है। अप्रैल 2021 से जो लड़ाई शुरू हुई थी वह जीत ली है। कैप्टन के मुद्दे पर रंधावा ने कहा कि वह उनके बुजुर्ग हैं। हमारी उनके खिलाफ वैचारिक मतभेद थे, लेकिन उन्होंने कभी भी कैप्टन के शान के खिलाफ कोई बात नहीं बोली। मुख्यमंत्री न बनने के बाद रंधावा भले ही निराश हो लेकिन उन्होंने कहा कि वह पार्टी के फैसले के साथ है। पार्टी ने जो भी फैसला किया है, वह सही है। वह कांग्रेस ही और पार्टी ने जो फैसला किया है उसका वह समर्थन करेंगे।

बता दें, पहले पंजाब में सुनील जाखड़ को सीएम बनाए जाने की बात थी, लेकिन पार्टी के कई नेता हिंदू चेहरे पर सहमत नहीं थे, जबकि सबसे ज्यादा विधायक जाखड़ के समर्थन में थे। दोपहर में अचानक सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चला। सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम लगभग तय माना जा रहा था। यहां तक की मिठाई तक मंगवा दी गई थी। रंधावा समर्थक लड्डू भी बांट चुके थे। राज्यपाल से मिलने का समय ले लिया गया था, लेकिन अंतिम समय में अचानक रंधावा का नाम हट गया और चरणजीत सिंह चन्नी का नाम आया तो सब चौक गए। पंजाब कांग्रेस प्रभारी ने ट्वीट कर इसकी पुष्टि की।

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