CBI के नए डायरेक्टर सुबोध जायसवाल का चंडीगढ़ से खास नाता, PU और DAV-10 से की है पढ़ाई
सेंट्रल ब्यूरो इंवेस्टिगेशन (सीबीआइ) के नए डायरेक्टर महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल का चंडीगढ़ से खास नाता है। डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 से सन 1982 में इंग्लिश ऑनर से ग्रेजुएशन करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के यूर्निवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) से एमबीए कंप्लीट किया।
चंडीगढ़, [कुलदीप शुक्ला]। सेंट्रल ब्यूरो इंवेस्टिगेशन (सीबीआइ) के नए डायरेक्टर (CBI New Director) महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आइपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल (IPS officer Subodh Kumar Jaiswal) का सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ (Chandigarh) से खास नाता है। डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 से सन 1982 में इंग्लिश ऑनर से ग्रेजुएशन करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के यूर्निवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) से एमबीए कंप्लीट किया। डीएवी-10 में पढ़ाई के समय से सुबोध जायसवाल इंटेलिजेंस में रुचि रखते थे। केंद्र सरकार की तरफ से दो वर्ष के लिए डायरेक्टर नियुक्ति करने पर कालेज मैनेजमेंट और प्रिसिंपल पवन शर्मा ने खुशी जाहिर कर बधाई दी गई। वहीं, यूबीएस डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉ. दीपक कपूर ने भी खुशी जाहिर करते हए कहा कि सुबोध से मुलाकात सितंबर 2019 में पंजाब यूनिवर्सिटी में हुई थी।
डीएवी कॉलेज में इंग्लिश डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. अरुण अग्रवाल सुबोध कुमार के सहपाठी रहे हैं। उन्होंने बताया कि सुबोध उम्र में मेरे से एक साल छोटा था। हमने डीएवी में एक साथ पढ़ाई करने के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में भी एक साथ एडमिशन लिया। सुबोध का ध्यान मैनेजमेंट की तरफ ज्यादा होने के चलते उसने एमबीए चुना। जबकि मेरा एमए इंग्लिश में करने का प्लान था। सुबोध ज्यादा बोलता नहीं था लेकिन जो भी एक्स्ट्रा एक्टीविटी में हमेशा सबसे आगे रहता था। उस समय कॉलेज और यूनिवर्सिटी में स्पोटर्स एक्टीविटी के अलावा भाषण, लेखन प्रतियोगिता होती थी तो वह हमेशा सबसे पहले भाग लेता और बेहतर स्थान भी हासिल करता था। इसके अलावा नौकरी ज्वाइन करने के बाद भी उसने दोस्तों के साथ रिश्ता रखा। सितंबर 2019 में एक दोस्त की लिखी हुई पुस्तक को लांच करने के लिए छुट्टी लेकर चंडीगढ़ में आए थे। इस दौरान भी वह दोस्तों के बीच शांत बैठकर उनकी बातें सुनता रहा।
इन प्रमुख पदों पर रह चुके जायसवाल
सुबोध जायसवाल 1985 बैच के महाराष्ट्र कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं। वह इससे पहले तक CISF के प्रमुख के रूप में कार्यरत थे। इससे पहले उन्होंने इसी साल की शुरुआत में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए बुलाए जाने से पहले मुंबई पुलिस आयुक्त और महाराष्ट्र डीजीपी के पदों पर कार्य किया था। इंटेलिजेंस ब्यूरो और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) में उनका लंबा कार्यकाल रहा है।
देश का इकलौता कॉलेज जिसके 13 स्टूडेंट्स हुए शहीद
देश का इकलौता चंडीगढ़ का डीएवी कॉलेज-10 है, जिसके 13 पूर्व स्टूडेंट्स अपने आदम्य साहस के चलते शहीद हो चुके हैं। परमवीर चक्र विजेता विक्रम बत्रा, महावीर चक्र विजेता मेजर संदीप सागर और सेकंड लेफ्टिनेंट राजीव संधू और वीरचक्र विजेता कैप्टन विजंयत थापर भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं। पुलवामा हमले के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर के बड़गांव में एयरफोर्स का एमआइ-17 ट्रांसपोर्ट चौपर दुर्भाग्यपूर्ण क्रैश होने पर शहीद होने वाले स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ विशिष्ठ भी कॉलेज के पूर्व छात्र थे।
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"डीएवी ने हमेशा स्टूडेंट्स के सर्वांगीण विकास के लिए प्रयास किया है। सुबोध ने न सिर्फ क\लेज बल्कि मैनेजमेंट के सपने को साकार किया है। हमें उम्मीद है कि वह हमेशा आगे बढ़े और देश के विकास और तरक्की के लिए काम करें।
-पूनम सूरी,प्रेसिडेंट डीएवी मैनेजमेंट कमेटी
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"डीएवी कॉलेज सेक्टर-10 के लिए गौरव का विषय है कि सुबोध ने देश में टॉप रैंक हासिल किया है। सुबोध ने उस समय कालेज से ग्रेजुएशन किया है जब शिक्षा का स्तर देश में ज्यादा बेहतर नहीं था। मैं सुबोध को उदाहरण बनाते हुए दूसरे स्टूडेंट्स से भी आगे बढ़ने की अपील करूंगा।
-एच आर गंधार, सलाहकार, डीएवी मैनेजमेंट कमेटी
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