यूबीएस में महिला प्रोफेसर के बेटे का दाखिला रद करने पर अड़े छात्र संगठन

पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) में महिला प्रोफेसर के बेटे को नियमों की अनदेखी कर एमबीए कोर्स में दाखिले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:13 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:13 PM (IST)
यूबीएस में महिला प्रोफेसर के बेटे का दाखिला रद करने पर अड़े छात्र संगठन
यूबीएस में महिला प्रोफेसर के बेटे का दाखिला रद करने पर अड़े छात्र संगठन

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल (यूबीएस) में महिला प्रोफेसर के बेटे को नियमों की अनदेखी कर एमबीए कोर्स में दाखिले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मामले में पीयू के सभी छात्र संगठन एकजुट होकर तुरंत एडमिशन कैंसिल कराने पर अड़ गए हैं। पूरे मामले में पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। कई दिन बीत जाने के बाद भी पीयू प्रशासन ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए कोई कमेटी गठित नहीं की है। शुक्रवार को स्टूडेंट्स फॉर सोसायटी (एसएफएस) और अन्य कई छात्र संगठनों ने मिलकर यूबीएस विभाग के सामने करीब एक घंटे तक जमकर नारेबाजी करते हुए छात्र का दाखिला रद करने और महिला प्रोफेसर को पद से हटाने की मांग को लेकर हंगामा किया। छात्र नेताओं का आरोप है कि पीयू प्रशासन दाखिले से जुड़े किसी भी डाक्यूमेंट को सार्वजनिक नहीं कर रहा। मामले को लेकर पहले ही पीयू कुलपति प्रो. राजकुमार और चांसलर ऑफिस में शिकायत भेजी जा चुकी है। विरोध करने वाले स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया कि यूबीएस जैसे टॉप रैंकिग विभाग में भी दाखिले में फर्जीवाड़ा किया जाएगा, तो पीयू की साख कैसे बचेगी।

शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे यूबीएस में बोर्ड ऑफ कंट्रोलर की बैठक बुलाई गई थी। जिसे यूबीएस के कार्यवाहक चेयरमैन और डीयूआइ को चेयर करना था। छात्र संगठनों ने पहले ही पूरे मामले में यूबीएस विभाग के बाहर विरोध प्रदर्शन का एलान किया हुआ था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले ही बड़ी संख्या में पुलिस गार्ड और पीयू सिक्योरिटी को तैनात कर दिया गया। विरोध कर रहे छात्रों ने विभाग के दो सीनियर प्रोफेसर डा. दीपक कपूर और डा. दिनेश गुप्ता को मामले में कार्रवाई की मांग की। स्टूडेंट्स ने जल्द मामले में कार्रवाई नहीं करने पर प्रदर्शन को तेज करने की धमकी दी है। पूरे मामले में चुप है पीयू प्रशासन

10 दिनों से यूबीएस की महिला प्रोफेसर के बेटे के गलत दाखिले का विवाद चल रहा है, लेकिन इस पूरे मामले में पीयू प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। कोई भी अधिकारी मामले में बोलने को तैयार नहीं है। दूसरी तरफ गलत दाखिले का आरोप लगाने वाले स्टूडेंट्स का कहना है कि अगर दाखिला गलत नहीं किया गया तो पूरा रिकार्ड सार्वजनिक किया जाए। सूत्रों के अनुसार दोपहर बाद मामले में उच्च अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें मामले में कमेटी करने पर विचार किया गया। अब मामले में अंतिम फैसला कुलपति लेंगे। स्टूडेंट्स प्लेसमेंट पर पड़ेगा असर

यूबीएस पीयू के सबसे प्रतिष्ठित विभागों में गिना जाता है। यहां पर स्टूडेंट का दाखिला कैट स्कोर की मेरिट के आधार पर होता है। एमबीए डिग्री से पहले ही स्टूडेंट्स को 35 से 40 लाख का सालाना पैकेज इंटरनेशनल कंपनी ऑफर करती है। मौजूदा विवाद से विभाग की रैंकिग के साथ ही प्लेसमेंट पर भी बुरा असर पड़ेगा। दाखिला विवाद से विभाग के शिक्षक भी खासे चितित हैं।

कोट्स .

हमारे लेवल पर दाखिला पूरी तरह नियमों के तहत किया गया है। मामले में किसी तरह की जांच का फैसला उच्च अधिकारी ही लेंगे। इससे अधिक मैं कोई कमेंट नहीं कर सकती।

प्रो. परमजीत कौर, कोआर्डिनेटर एडमिशन कमेटी यूबीएस

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