चंडीगढ़ के बस क्यू शेल्टर को लेकर एडवाइजर सख्त, अधिकारियों की तय की जिम्मेदारी, होगी कार्रवाई
एडवाइजर धर्म पाल ने शहर के बस क्यू शेल्टर पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी बस क्यू शेल्टर्स का सौंदर्यीयकरण करने के आदेश दिए हैं। बस क्यू शेल्टर के आस-पास ग्रीनरी होगी। 200 से अधिक बस क्यू शेल्टर को दोबारा बनाया जाना है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के बस क्यू शेल्टर ब्यूटीफुल नहीं हैं। इनकी हालत खस्ता है। कहीं बस क्यू शेल्टर के नाम पर ढांचा खड़ा है तो कहीं शेल्टर है तो छत टूटी है। शेल्टर की हालत ऐसी है कि इनमें खड़े होना भी लोग पसंद नहीं करते। इनके अंदर और आस-पास गंदगी फैली होती है। इससे पहली बार चंडीगढ़ आने वाले टूरिस्ट के मन में शहर की इमेज गलत बनती है। स्वच्छ सर्वेक्षण में पिछड़ने का यह भी एक कारण रहा है।
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अब एडवाइजर धर्म पाल ने शहर के बस क्यू शेल्टर पर विशेष ध्यान देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने सभी बस क्यू शेल्टर्स का सौंदर्यीयकरण करने के आदेश दिए हैं। बस क्यू शेल्टर के आस-पास ग्रीनरी होगी। रोजाना इनकी साफ-सफाई होगी। कोई भी किसी तरह की कोताही बरतता है तो इस पर तुरंत कार्रवाई होगी। एडवाइजर ने नगर निगम के अधिकारियों को यह आदेश दिए हैं। एडवाइजर ने इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने एमसी कमिश्नर अनिंदिता मित्रा को आदेश दिए हैं।
एक जैसे नहीं शहर में बस क्यू शेल्टर
अभी शहर में बस क्यू शेल्टर एक जैसे भी नहीं हैं। कहीं ब्रिक्स वाले शेल्टर हैं तो कहीं स्टील के बने हैं। कहीं छत कंक्रीट की है तो कहीं टीन शेड है। कहीं मॉर्डन आर्किटेक्चर को ध्यान में रखते हुए बस क्यू शेल्टर बनाए गए हैं। 200 से अधिक बस क्यू शेल्टर को दोबारा बनाया जाना है। अभी तक इनका काम शुरू नहीं हो सका।
कंंडम/लावारिस वाहन हटेंगे
एडवाइजर ने पुलिस डिपार्टमेंट को आदेश दिए हैं कि शहर में जगह-जगह पब्लिक प्लेस पर पार्क किए गए कंडम/लावारिस वाहनों को हटाने और डिस्पोजल करना सुनिश्चित किया जाए। पार्किंग, इंडस्ट्रियल एरिया और रोड साइड ऐसे बहुत से वाहन देखे जा सकते हैं। वर्षों से यह वाहन हिले नहीं हैं।
सब्जी मंडी को साफ करने के बाद मांगी रिपोर्ट
सेक्टर-26 फल एवं सब्जी मंडी को अंदर से एकदम स्वच्छ करने के आदेश संबंधित डिपार्टमेंट को दिए गए हैं। इसको नियमित रिव्यू भी करना होगा साथ ही प्रोग्रेस रिपोर्ट सब्मिट करनी होगी। चंडीगढ़ में अनधिकृत प्लास्टिक के इस्तेमाल पर पूर्ण पाबंदी है। बावजूद इसके प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। एडवाइजर ने प्लास्टिक आइटम रोकने के लिए गहन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी, पुलिस डिपार्टमेंट और नगर निगम मिलकर इस काम करेंगे।