पंजाब यूनिवर्सिटी में खत्म नहीं होगा सिगल गर्ल चाइल्ड कोटा, प्रशासन बैकफुट पर

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस स्थित यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) और यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियिरंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइसीईटी) में सिगल गर्ल चाइल्ड कोटे की एडिशनल सीटों को खत्म करने का फैसला वापस ले लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 08:52 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 08:52 AM (IST)
पंजाब यूनिवर्सिटी में खत्म नहीं होगा सिगल गर्ल चाइल्ड कोटा, प्रशासन बैकफुट पर
पंजाब यूनिवर्सिटी में खत्म नहीं होगा सिगल गर्ल चाइल्ड कोटा, प्रशासन बैकफुट पर

डा. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कैंपस स्थित यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइईटी) और यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियिरंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआइसीईटी) में सिगल गर्ल चाइल्ड कोटे की एडिशनल सीटों को खत्म करने का फैसला वापस ले लिया है। पीयू ने रूरल एरिया, बार्डर एरिया, कैंसर पीड़ित और थैलेसीमिया पीड़ितों के लिए पहले से निर्धारित एडिशनल सीटों को भी बहाल कर दिया है। पीयू ने इंजीनियरिग की एडिशनल सीटों को खत्म किए जाने का बीते कई दिनों से कैंपस में जबर्दस्त विरोध चल रहा था। दैनिक जागरण ने 11 अक्टूबर के अंक में इंजीनियरिग की 60 से अधिक एडिशनल सीटें खत्म किए जाने के मामले का खुलासा किया था। पीयू के फैसले को लेकर छात्र संगठन सड़कों पर उतर आए। पीयू के ही कई सीनेटर ने भी फैसला का विरोध किया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पंजाब के मुख्यमंत्री तक शिकायत पहुंचने के बाद से मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था। उधर देर शाम पीयू के फैसले का एसएफएस, एबीवीपी, एनएसयूआइ सहित सभी छात्र संगठनों ने स्वागत किया है। 73 इंजीनियरिग सीटों पर मिलेगा दाखिला

सिगल गर्ल चाइल्ड सहित अन्य कई कैटेगिरी की कुल 73 इंजीनियरिग सीटों पर अब स्टूडेंट्स को दाखिला मिल सकेगा। यूआइईटी में 54 और यूआइसीईटी में 19 सीटें खत्म कर दी गई थी। पीयू के यूआइईटी, यूआइसीईटी के अलावा यूआइईटी होशियारपुर रीजनल सेंटर, सेक्टर-12 स्थित सीसीए और सेक्टर-26 स्थित सीसीईटी में इंजीनियरिग की 1504 सीटों के लिए ज्वाइंट एडमिशन कमेटी दाखिला देगी। एडिशनल सीटों के विवाद के कारण अब इन इंस्टीट्यूट में आवेदन की अंतिम तिथि 13 अक्टूबर से बढ़ाकर 20 कर दी गई है। इस संबंध में नोटिफिकेशन के साथ ही एडमिशन वेबसाइट पर भी जानकारी अपलोड कर दी गई है। पीयू प्रशासन की हुई किरकिरी

बिना सोचे समझे इंजीनियरिग की एडिशनल सीटों को खत्म करने के मामले में पीयू प्रशासन की काफी किरकिरी हुई है। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले से जुड़े अधिकारियों को फटकार लगी है। छात्र नेताओं के सड़क पर उतरने के बाद मामले में डीन रिसर्च प्रो. एसके तोमर की अध्यक्षता में आठ सदस्यों की कमेटी गठित की। कमेटी में शामिल लीगल मामलों से जुड़े वरिष्ठ सदस्य ने पूरे मामले में पीयू प्रशासन की गलती मानी है। जिसके बाद कुलपति की अनुमति से एडिशनल सीटें खत्म करने का फैसला वापस ले लिया गया।

कोट्स ..(फोटो भी लें )

इंजीनियरिग की एडिशनल सीटें खत्म करने का फैसला पूरी तरह गलत था। इन सीटों को बहुत ही सोच समझकर पीयू सिडिकेट और सीनेट ने अप्रूव किया है। फैसले से स्टूडेंट्स को बड़ी राहत मिली है।

डा. सुभाष शर्मा, पूर्व सीनेटर और सेक्रेटरी बीजेपी पंजाब

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