पंजाब की सियासत में बड़े उलटफेर के संकेत, जल्‍द सामने आएगा अमरिंदर और भाजपा के गठजोड़ का स्‍वरूप

Punjab Assembly Election 2022 पंजाब की सियासत में जल्‍द ही बड़े उलटफेर के संकेत हैं। इसके साथ ही पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और भााजपा के गठबंधन का स्‍वरूप जल्‍द सामने आ सकता है। कैप्‍टन शुक्रवार को दिल्‍ली जाएंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 03:10 PM (IST)
पंजाब की सियासत में बड़े उलटफेर के संकेत, जल्‍द सामने आएगा अमरिंदर और भाजपा के गठजोड़ का स्‍वरूप
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंंत्री कैप्‍टन अम‍रिंदर सिंह। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़,  [कैलाश नाथ]। Punjab Assembly Election 2022: पंजाब की सियासत में जल्‍द ही बड़े सियासी उलटफेर के संंकेत हैं और कई बड़े चेहरे नए राजनीतिक मंच पर नजर आ सकते हैं। इसके साथ ही पूर्व मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच गठजोड़ जल्‍द सामने आ सकता है। कांग्रेस छोड़कर पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी बना चुके कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली जाने की तैयारी में हैं। दिल्ली में उनकी मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ होगी। जानकारी के अनुसार कैप्टन शुक्रवार को दिल्ली जाएंगे और शनिवार को भाजपा नेताओं के साथ उनकी बैठक होगी। इस बैठक के उपरांत भाजपा और कैप्टन की पार्टी के बीच गठबंधन की तस्वीर स्पष्ट होगी। दूसरी ओर, कैप्‍टन ने अपनी पार्टी से कई बड़े चेहरे के जुड़ने के संकेत दिए हैंं। 

कल दिल्‍ली जाएंगे कैप्‍टन, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्‍यक्ष जेपी नड्डा से करेंगे मुलाकात

कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद 29 सितंबर को अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद यह माना जा रहा था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में शामिल हो सकते हैं,  लेकिन बाद में उन्‍होंने अपनी पार्टी का गठन कर लिया। पार्टी के गठन के बाद कैप्टन ने भाजपा के साथ गठबंधन करने की इच्छा जाहिर की थी।

सूत्रों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और भाजपा के बीच समझौता लगभग हो चुका है बस उचित समय का इंतजार किया जा रहा है। चूंकि केंद्र सरकार की ओर से तीन कृषि सुधार कानूनों को वापस ले लिया गया है, ऐसे में जल्‍द ही इसकी घोषणा होने की संभावना है।  अहम बात यह है कि कैप्टन अमरिंदर की भाजपा के शीर्ष नेताओं के मुलाकात भी उसी दिन होगी जिस दिन पंजाब के 32 किसान संगठन दिल्ली सीमा पर घर वापसी पर फैसला लेने के लिए बैठक कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने धरने को लेकर चार दिसंबर को फैसला लेना है। इसी दिन कैप्टन की भाजपा के नेताओं के साथ बैठक होगी। बतौर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आंदोलन के दौरान किसान संगठनों की खासी मदद की थी। कई किसान संगठन कैप्टन के काफी करीब भी है।

वहीं कैप्टन अमरिंदर की अमित शाह और जेपी नड्डा के साथ होने वाली मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि, कैप्टन पहले ही कह चुके है कि उनके साथ कई अप्रत्याशित चेहरे व बड़े नेता भी चुनाव मैदान में दिखाए देंगे। उच्चस्तरीय सूत्र बताते हैं कि भाजपा और कैप्टन के बीच सीटों को लेकर भी सामंजस्य बन चुका है बस इंतजार आचार संहिता लागू होने को लेकर किया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इसी माह के अंत तक चुनाव आयोग पंजाब में चुनाव की घोषणा कर सकता है। 

 कैप्‍टन अमरिंदर सिंह को सियासी रूप से खारिज कर रही कांंग्रेस अंदर ही अंदर बेचैन     

वहीं कांग्रेस भले ही कैप्टन को चला हुआ 'कारतूस' बता रही हो लेकिन उसकी चिंता भी यह है कि जिन विधायकों व उम्मीदवारों के टिकट कटेंगे वे कहीं कैप्टन की पार्टी से उम्मीदवार न बन जाएं। पिछले सोमवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्ट्रर (Manoharlal Khattar) से मुलाकात के बाद कहा था कि समय का इंतजार करें। सब कुछ ठीक चल रहा है। लोग बहुत उत्साहित हैं और हमारा सदस्यता अभियान भी अच्छा चल रहा है। इससे स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि 2022 में कैप्टन पूरी मजबूती के साथ कांग्रेस को चुनौती देते नजर आएंगे।

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