शिव मंदिरों के साथ सेक्टर-7 में खुले में होंगे शिव परिवार के दर्शन
11 मार्च को महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के दर्शन शहर के शिवालयों के अलावा खुले में भी हो सकेंगे।
सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़
11 मार्च को महाशिवरात्रि पर भगवान शिव के दर्शन शहर के शिवालयों के अलावा खुले में भी हो सकेंगे। सेक्टर-7 स्थित नवयुग रामलीला एंड दशहरा कमेटी विशेष पंडाल स्थापित करने जा रही है। यह पंडाल भगवान शिव का पूरे परिवार सहित होगा। इसमें कैलाश पर्वत का अहसास देने के लिए खास तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। भगवान शिव का परिवार दस से 15 फीट की ऊंचाई पर स्थापित होगा। नवयुग रामलीला एंड दशहरा कमेटी सेक्टर-7 बीते दो वर्षो से पंडाल की स्थापना कर रहा है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए पंडाल महाशिवरात्रि से एक से दो दिन पहले ही स्थापित होगा। इसमें खुले में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन कर सकेंगे। 11 मार्च को महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर शाम के समय भजन संध्या और लंगर का आयोजन होगा। एक दिन पहले बनेगा पंडाल : अजीत कुमार
नवयुग रामलीला एंड दशहरा कमेटी के प्रधान अजीत कुमार ने बताया कि लोगों की श्रद्धा को देखते हुए पंडाल एक दिन पहले स्थापित होगा। हालांकि पूजा का कोई प्रविधान नहीं रखा जाएगा। श्रद्धालु पंडाल में आकर दर्शन कर सकेंगे। वहीं पंडाल को कोआर्डिनेट करने वाले मोहित ने बताया कि रामलीला एंड दशहरा कमेटी का प्रयास सिर्फ श्रद्धा का सम्मान करना है। कोरोना महामारी के चलते इस बार पंडाल एक दिन पहले तैयार करने का निर्णय लिया गया है। रामलीला कमेटी के वरिष्ठ सदस्य प्रदीप कुमार ने बताया कि पंडाल निर्माण का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। पंडाल में कैलाश पर्वत की तरह तैयार किया जाएगा। कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन
कमेटी के महासचिव प्रदीप रावत ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए एक दिन पहले पंडाल स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। दर्शन के पंडाल करने वालों के लिए भी कोरोना नियमों का पालन अनिवार्य होगा। मास्क श्रद्धालुओं को खुद लाने होंगे, पंडाल के बाहर सेनेटाइजर की व्यवस्था होगी।