शुक्रवार तक संक्रमण की रफ्तार नहीं थमी तो लगेगा एक हफ्ते का लॉकडाउन

कोरोना की रफ्तार नहीं थमी तो प्रशासन पाबंदियां और बढ़ाने पर शुक्रवार तक निर्णय लेगा। इस मामले में मंगलवार को हुई अधिकारियों की बैठक में ही प्रशासक की ओर से यह साफ कर दिया गया था कि यदि संक्रमण की स्थिति यूं ही बनी रहा तो शहर में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाने पर भी विचार किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 06:54 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 06:54 PM (IST)
शुक्रवार तक संक्रमण की रफ्तार नहीं थमी तो लगेगा एक हफ्ते का लॉकडाउन
शुक्रवार तक संक्रमण की रफ्तार नहीं थमी तो लगेगा एक हफ्ते का लॉकडाउन

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कोरोना की रफ्तार नहीं थमी तो प्रशासन पाबंदियां और बढ़ाने पर शुक्रवार तक निर्णय लेगा। इस मामले में मंगलवार को हुई अधिकारियों की बैठक में ही प्रशासक की ओर से यह साफ कर दिया गया था कि यदि संक्रमण की स्थिति यूं ही बनी रहा तो शहर में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाने पर भी विचार किया जाएगा।

शहर में 24 और 25 अप्रैल को वीकेंड लॉकडाउन लगाने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका है। बुधवार को चंडीगढ़ और मोहाली में रामनवमी पर लॉकडाउन रहा। रामनवमी पर लॉकडाउन के दौरान नजर नहीं आई सख्ती

रामनवमी पर लॉकडाउन के दौरान शहर में कहीं भी ज्यादा सख्ती नजर नहीं आई। सड़कों पर आवाजाही जारी रही। हालांकि वाहन कम ही नजर आए। इस समय कोरोना के चंडीगढ़ में 600 से ज्यादा मामले हर दिन आ रहे हैं। शुक्रवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के नेतृत्व में होने वाले अधिकारियों की बैठक में अगर एक सप्ताह तक लॉकडाउन लगाने का फैसला ले लिया गया तो यह 24 अप्रैल से ही लागू हो जाएगा। लेकिन सात दिन के लॉकडाउन लगाने की संभावना से शहर के व्यापारी नाराज है। मंगलवार को प्रशासक के वार रूम की बैठक में यह स्पष्ट कर दिया गया था कि अगर कोरोना संक्रमण की यही स्थिति रही तो सात दिन का लॉकडाउन लगा दिया जाएगा। व्यापारियों को सता रही कारोबार की चिंता

उधर, व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह ने वीरवार को अपनी सीनियर पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है, जिसमें यह रणनीति तैयार की जाएगी कि सात दिन का लॉकडाउन न लगाने देने के लिए प्रशासन पर आखिर किस तरीके से दबाव बनाया जाए। व्यापारियों ने इस बारे में भाजपा के चंडीगढ़ अध्यक्ष अरुण सूद से भी बात की है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष चरणजीव सिंह का कहना है कि सात दिन के लॉकडाउन में कारोबार बुरी तरह से प्रभावित होगा। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लाकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है।जबकि शहर के व्यापारियों ने प्रशासन पर सात दिन का लाकडाउन न लगाने के लिए दबाव भी बनाना शुरू कर दिया है। अगर सात दिन का लॉकडाउन लगाया जाता है तो प्रशासन की ओर से दूसरे नियम भी तय किए जाएंगे, जिसमें तय किया जाएगा कि सब्जी और फल लोगों के घर घर तक पहुंचाएं जाएं।

नाइट क‌र्फ्यू का समय बढ़ाने पर भी कारोबारियों ने जताई आपत्ति

प्रशासन ने अब यह निर्णय लिया है कि नार्मल दिन में नाइट क‌र्फ्यू दस की बजाय रात आठ बजे से ही लग जाएगा। इस फैसले से रेस्टोरेंट और होटल चलाने वाले संचालक नाराज हैं। जबकि प्रशासन ने 9.30 बजे तक होम डिलवरी की मंजूरी दी है। सेक्टर-20-20 रेस्टोरेंट के संचालक विशु दुग्गल का कहना है कि रात आठ बजे से क‌र्फ्यू लगाने से सिर्फ नुकसान ही है। उनका कहना है कि रेस्टोरेंट में आठ बजे तो लोग आते ही है। क्या रात का खाना खाने के लिए लोग छह बजे ही आ जाएं। समय में बदलाव होने से क्लबों का भी नुकसान हुआ है। होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने भी प्रशासन के अधिकारियों से मिलने का समय मांगा है। इस समय कांग्रेस पार्षद दल के नेता देवेंद्र सिंह बबला को छोड़कर बाकी सभी नेता लॉकडाउन लगाने का विरोध कर रहे हैं। होम डिलवरी की छूट का कोई फायदा नहीं

प्रशासन ने लॉकडाउन पर आवश्यक वस्तुओं की बिक्री की मंजूरी दी है, लेकिन साथ ही यह शर्त भी लगाई है कि दुकानदार होम डिलवरी ही कर सकता है। ग्राहकों को दुकान पर आकर खरीददारी करने की मंजूरी नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। सेक्टर-23 के बतरा करियाना स्टोर के संचालक दीपक बत्तरा का कहना है कि हर किसी के घर जाकर सामान दिया नहीं जा सकता है। उनका कहना है कि अगर किसी को एक दस रुपये का मैगी का पैकेट चाहिए तो क्या कर्मचारी एक पैकेट देने लोगों के घर जाएगा। उनका कहना है कि करियाने की खरीददारी के लिए इस तरह की रोक नहीं होनी चाहिए। सेक्टर-16 के शर्मा कंफेशनरी के संचालक सुभाष शर्मा का कहना है कि आवश्यक वस्तुओं में कौन कौन सी वस्तुएं आती है। इसे भी प्रशासन को स्पष्ट करना चाहिए । क्योंकि पुलिस को भी नहीं पता कि कौन सी वस्तुएं आवश्यक में आती है और कौन से गैर आवश्यक में आती है। सेक्टर-47 में मंडी करवाई बंद

सेक्टर-47 में बुधवार को साप्ताहिक मंडी लग गई है जिसे पुलिस ने मौके जाकर बंद करवाया। जबकि होलसेल की सेक्टर-26 मंडी भी सुबह खुली थी जिसे पुलिस ने सुबह छह बजे ही बंद कर दिया। यहां के आढ़तियों का कहना है कि इसी कारण काफी सब्जियों के खरीद फरोख्त नहीं हो पाई। लॉकडाउन में कई सब्जी विक्रेताओं ने रामनवमी के दिन काम भी किया।

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