WhatsApp और Facebook से ठगी के शिकार हो रहे सीनियर सिटीजन Chandigarh News
साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। जिसका सबसे बड़ा कारण स्मार्ट फोन है।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण स्मार्ट फोन है। अमूमन एक दिन में स्मार्ट फोन 18 घंटे लोगों के हाथ में रहता है। जब भी वक्त मिलता है तो वह मोबाइल पर गेम खेलने से लेकर फेसबुक और वाट्सअप पर मैसेज देखने में लगाते हैं। स्मार्ट फोन में आ रहे लिंक को हम चाहे टाइम पास करने के लिए या फिर कुछ फन के लिए खोलते हैं, लेकिन वही हम पर भारी पड़ रहा है। वहीं से साइबर क्राइम जन्म ले रहा है। 60 प्रतिशत से भी ज्यादा साइबर क्राइम स्मार्ट फोन से हो रहे हैं।
चंडीगढ़ में सोशल मीडिया के जरिए ठगी के शिकार होने वालों में सीनियर सिटीजन सबसे अधिक हैं। यह जानकारी सेक्टर-43 स्थित ज्यूडीशियल अकेडमी में आयोजित साइबर सिक्योरिटी एंड इलेक्ट्रोनिक्स एविडेंस फॉर लायर्स सेमिनार के दौरान साइबर एक्सपर्ट मनीष मनोचा ने सांझी की। उन्होंने बताया कि साइबर क्राइम होने का एक बड़ा कारण स्मार्ट फोन का गलत इस्तेमाल है। लोग बिना सोचे समझे साइबर अपराधियों द्वारा भेजे जाने वाले ¨लक को क्लिक कर देते हैं, जिससे वह उनके आसानी से शिकार बन रहे हैं। यह लिंक आपके भविष्य बताने वाले, आपके जीवन साथी के बारे में, शादी कब होगी वगैरह शामिल हैं। यह लिंक पूरी तरह से साइबर अपराधियों द्वारा आपके फोन से आपका डाटा व आपकी निजी जानकारी चुराने के लिए भेजे जाते हैं। सीनियर सिटीजन और महिलाएं इन्हें टाइम पास के लिए क्लिक जरूर करतीं हैं और जाने अनजाने में साइबर क्राइम का शिकार होते हैं। सेमिनार में डिस्ट्रिक एंड सेशन जज और डीएलएसए के चेयरमैन परमजीत सिंह, अथॉरिटी के मेंबर सेक्रेटरी महावीर सिंह, सीजेएम और सेक्रेटरी डीएलएसए अमरिंदर शर्मा समेत साइबर लॉ से जुड़े कई वकील मौजूद रहे।
सीनियर सिटीजन हो रहे सबसे ज्यादा शिकार
स्मार्ट फोन का इस्तेमाल गलत नहीं है, लेकिन सीनियर सिटीजन और खासकर महिलाएं मोबाइल के कई एप से अनजान होती हैं। वह फोन पर आने वाले सैकड़ों ऐसे ¨लक को खोल लेती हैं जो कि हैकर्स की ओर से भेजी जाती हैं। वहां से आपका मोबाइल नंबर से लेकर आपके अकाउंट नंबर या फिर कोई भी ऐसी जानकारी ले लेते हैं जो आने वाले समय में आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। आधुनिकता के साथ बढ़ रहा है साइबर क्राइम सेमिनार का शुभारंभ स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी यूटी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के जज जस्टिस जसवंत सिंह ने किया।
इस मौके पर जस्टिस सिंह ने बताया कि नेशनल क्राइम रिकॉडर्स ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2014 में साइबर क्राइम से जुड़े 9622 केस दर्ज हुए। वहीं वर्ष 2015 में 11582, 2016 में 12317 केस दर्ज हुए। चंडीगढ़ की बात करें तो यहां सीनियर सिटीजन के साथ हुए साइबर क्राइम की औसत सबसे अधिक है। वर्ष 2015 में 26 और 2016 में 48 केस सीनियर सिटीजन द्वारा दर्ज हुए थे, जो कि चिंता का विषय है।
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