सीयू 13 गांवों में करेगा गुरु नानक बगीची स्थापित

श्री गुरु नानक देव जी आध्यात्मिक मानवतावाद और विश्व शांति के लिए एक आदर्श रहे हैं। गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में उनके दर्शन व शिक्षाओं को युवा पीढ़ी तक पहुंचाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 12:54 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 12:56 AM (IST)
सीयू 13 गांवों में करेगा गुरु नानक बगीची स्थापित
सीयू 13 गांवों में करेगा गुरु नानक बगीची स्थापित

जागरण संवाददाता, मोहाली : श्री गुरु नानक देव जी आध्यात्मिक मानवतावाद और विश्व शांति के लिए एक आदर्श रहे हैं। गुरु नानक देव जी के 551वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में उनके दर्शन व शिक्षाओं को युवा पीढ़ी तक पहुंचाया जा रहा है। पंजाब सरकार के सहयोग से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी घड़ूआं (सीयू) में यूनिवर्सल एडवांसमेंट स्टडीज के लिए गुरु नानक चेयर की स्थापना की गई है। तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने संस्थान में 'गुरु नानक चेयर' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पर्यावरणविद् और सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल, प्रो-चांसलर आरएस बावा भी मौजूद रहे। वहीं श्री श्री रविशंकर वर्चुअल तौर पर कार्यक्रम से जुड़े।

सीयू द्वारा आसपास के गांवों में 13 गुरु नानक बगीची स्थापित की जाएंगी। इनके लिए पेड़-पौधे संस्थान मुहैया करवाएगा। यूनिवर्सिटी के वालंटियर तथा एनसीसी समूह इन बगीचियों के संरक्षण करेगी। कार्यक्रम के दौरान 'गुरु नानक जी के दर्शन और संयुक्त राष्ट्र एजेंडा फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट' पर एक इंटरनेशनल सेमिनार आयोजित किया गया। केबिनेट मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि गुरु नानक देव जी की शिक्षाएं और विचारधाराएं आज भी सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक स्तर पर सार्थक साबित हो रही हैं। संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि जब हम प्रकृति में आए, पर्यावरण स्वच्छ था, परन्तु अब हम अपनी ही गलतियों का खामिया•ा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज भी भारत देश ने गुरु नानक जैसे महान दार्शनिकों के उपदेशों का पालन किया होता, तो आज हम दुनिया को गर्व से कह सकते थे कि हमने प्रकृति का संरक्षण किया है।

वहीं श्री श्री रविशंकर ने कहा कि वर्तमान दौर में गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं व उनके दर्शन की बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक ने सिर्फ एक व्यक्ति या महज पंजाब और देश के हित की बात नहीं की है। बल्कि नानक जी के वचन पूरी दुनिया व इस प्लेनेट के संरक्षण की बात करते हैं। रविशंकर जी ने नानक के इन्हीं तथ्यों को सम्मुख रखते हुए कहा कि हमें आधुनिक समय में विकास की परिभाषा को सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ दीर्घकालिक परिणामों के साथ देखना होगा। इस दौरान अन्य वक्ताओं की ओर से विचार रखे गए।

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